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CG Crime News Tender terms manipulated Jharkhand officials on radar in ED raid
रायपुर। बीतें दिनों ईडी ने कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले की जांच के तहत बड़ी कार्रवाई की हैं। बता दें कि एजेंसी ने झारखंड के आईएएस अफसर विनय कुमार चौबे, कुछ अन्य सरकारी अफसरों और झारखंड व छत्तीसगढ़ में कई शराब व्यापारियों एवं बिचौलियों से संबद्ध परिसरों पर छापेमारी की। इससे पहले, मई में झारखंड के पूर्व मंत्री के करीबी के घर पर ईडी ने छापेमारी की गई थी, जिसमें करोड़ों रुपए कैश बरामद किए गए थे। प्रवर्तन निदेशालय के झारखंड कार्यालय द्वारा धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत हाल में एक आपराधिक मामला दर्ज किए जाने के बाद रांची और रायपुर में 15 परिसरों पर छापे मारे गए।
बता दें कि, छापेमारी के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दलों ने प्रवर्तन निदेशालय के दलों को सुरक्षा प्रदान की। ईडी के अफसरों ने बताया कि, झारखंड काडर के 1999 बैच के आईएएस अधिकारी एवं वर्तमान में झारखंड पंचायती राज विभाग के सचिव चौबे, राज्य के आबकारी विभाग के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह, शराब व्यापारियों और संबंधित व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
एफआईआर के मुताबिक, चौबे और गजेंद्र सिंह के संरक्षण में शराब आपूर्ति के लिए निविदा आवंटित करने के लिए देबर और उसके 'सिडिकेट' की प्लेसमेंट एजेंसियों ने निविदा की सतों में 'हेरफेर किया। सर थोक लाइसेंस देने के लिए अनिवार्य पात्रता शतों में दो लगातार वित्तीय वर्षों के लिए न्यूनतम 100 करोड़ रुपए का टर्नओवर होने की शर्त पेश की। ईडी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में टुटेजा, देबर, त्रिपाठी और कुछ अन्य को गिरफ्तार किया है। झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा।
एफआईआर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी ने छत्तीसगढ़ में लागू देसी और विदेशी शराब बेचने की नीति का मसौदा बनाया। उसे ही झारखंड सरकार के समक्ष प्रस्तुत कर दिया। इस मसौदे के आधार पर झारखंड में नयी आबकारी नियमावली अधिसूचित की गई और उसे लागू किया गया। पुलिस ने आरोप लगाया कि इस कार्य के लिए त्रिपाठी को 125 करोड़ रुपए झारखंड सरकार से मिले।
वहीं बीतें दिनों झारखंड में शराब घोटाला मामले को लेकर इंडी की टीम मंगलवार को तीन शराब कारोबारी तथा एक शराब फैक्ट्री के अधिकारी के घर छापे की कार्रवाई करने पहुंची। झारखंड शराब घोटाले के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े होने को वजह से इंडी की टीम ने छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम ने जयस्तंभ चौक स्थित एक बार के साथ अशोका स्तन, कटोरातालाब तथा कुम्हारी स्थित शराब फैक्ट्री के अधिकारी के यहां जांच की ईडी ने झारखंड में जो पूर्व में छापे की कार्रवाई की है, उसमें इस बात के प्रमाण मिले हैं कि शराब घोटाला करने छत्तीसगढ़ में बैठकर नीति चनाई गई थी। बैठक में झारखंड आचकारी विभाग के आला अधिकारी सहित सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हुए थे।
वहीं इस मामले में अंदेशा लगाया जा रहा हैं कि, झारखंड शराब घोटाला मामले के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े होने की वजह से राज्य की जांच एजेंसी ईओडब्लू ने मी इारखंड, रांधी के विकास कुमार के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की है। विकास के आवेदन पर ईओडबनू ने झारखंड उत्पाद विभाग के तत्कालीन संचिव विजय कुमार चौबे, तत्कालीन संयुक्त सचिव गजेंद सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया हैं।