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BJP will make the issue of corruption that happened during 15 years of Congress rule, Bhupesh stuck on VVPAT
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। मंगलवार को राजधानी रायपुर में मेयर के नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामांकन में दो अलग-अलग और प्रभावी नजारे देखने को मिले।
भारतीय जनता पार्टी ने जहां अपने प्रत्याशी मीनल चौबे के लिए एक भव्य रैली निकाली, वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार दीप्ति दुबे अपने पति प्रमोद दुबे के साथ बिना किसी तामझाम के साधारण तरीके से नामांकन करने कलेक्टोरेट पहुंचीं।
भा.ज.पा. ने मीनल चौबे के नामांकन के लिए एक शक्ति प्रदर्शन किया, जिसमें पार्टी सांसद बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में एक भव्य रैली एकात्म परिसर से निकली। रैली में कार्यकर्ताओं का लंबा काफिला और बाजे-गाजे के साथ उत्सव जैसा माहौल था। बृजमोहन अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जो विश्वास जीता है, वही विश्वास नगर निगम चुनावों में भी जीत में तब्दील होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य केवल विकास और जनसेवा है, और कार्यकर्ता पूरी प्रतिबद्धता से इस दिशा में काम कर रहे हैं। वहीं मीनल ने कहा कि रायपुर की जनता ने तीन बार कांग्रेस का कार्यकाल देखा है। भाजपा कांग्रेस के भ्रष्टाचार और कुशासन को लेकर मैदान में उतरेगी।
वहीं, कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने बिना किसी प्रचार-प्रसार के अपने पति प्रमोद दुबे के साथ हेलमेट पहनकर मोपेड पर बैठकर नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी मौजूद थे। दीप्ति दुबे ने कहा कि उनके पति प्रमोद दुबे के कार्यकाल में रायपुर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए किए गए प्रयासों को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी। इसके साथ ही, उन्होंने तनावमुक्त जीवन के लिए भी युवाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाने का संकेत दिया।
इससे पहले, भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि राज्य में चुनाव वीवीपैट के बिना कराए जा रहे हैं, जो भारतीय निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि एक ही बैलेट में महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों का चुनाव हो रहा है, जिससे मतदाता भ्रमित हो सकते हैं और चुनाव प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।
राज्य में होने वाले नगर निगम चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के बीच जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है, और यह देखा जाएगा कि जनता किसे अपना विश्वास देती है।