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Big news 71 magnitude earthquake in Tibet So far 126 people have died thousands of houses destroyed see picture
नई दिल्ली। तिब्बत में बीते मंगलवार 7 जनवरी को आए 7.1 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जिसमे कल यानी बीते मंगलवार को करीबन 32 लोगों के मौत की सुचना मिली थी, वहीं इस घटना में मृत लोगों की संख्या बढ़ते दिखाई दे रही है। ताजा अपडेट्स के अनुसार, अब तक इस घटना में 126 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। वहीं हजारों घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। भूकंप का केंद्र माउंट एवरेस्ट से लगभग 80 किलोमीटर (50 मील) उत्तर में स्थित था। इस भूकंप के बाद आसपास के देशों जैसे- नेपाल, भूटान और भारत के भी इमारतों में झटके महसूस किए गए है।
चीनी भूकंप नेटवर्क केंद्र ने बताया कि, भूकंप का केंद्र तिब्बत के टिंगरी काउंटी में था, जिसकी गहराई 10 किमी (6.2 मील) थी। यह इलाका एवरेस्ट के उत्तरी प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है। तिब्बत फायर एंड रेस्क्यू द्वारा जारी वीडियो में शिगात्से शहर में कई घरों के मलबे में तब्दील होने की तस्वीरें सामने आई हैं।
बचावकर्मियों ने मलबे में दबे एक घायल व्यक्ति को बाहर निकाला है। भूकंप के बाद 150 से अधिक झटके महसूस किए गए, जिनमें से सबसे मजबूत झटका 4.4 तीव्रता का था। इन झटकों ने क्षेत्र में और भी तबाही मचाई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ल्हात्से कस्बे की सड़कों पर फैला मलबा और टूटी दुकानों का सामान दिखाई दे रहा है।
वहीं इस घटना पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भूकंप से हुई हानि को कम करने और प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए बड़े स्तर पर खोज-बचाव कार्य करने की बात कही। इसके अलावा तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
दलाई लामा ने कहा, आज सुबह तिब्बत और आस-पास के क्षेत्रों में आए विनाशकारी भूकंप के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ। उन्होनें शोक संदेश में कहा है कि, भूकंप से कई लोगों की दुखद मौत हुई है। कई लोग घायल हुए हैं। घरों एवं संपत्तियों को व्यापक क्षति पहुंची है। उन्होनें कहा कि, मैं उन लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं, जिन्होनें अपनी जान गंवाई है और जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। दलाई लामा कई दशकों से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासन में रह रहे हैं।