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Christian society's big statement on conversion law
रायपुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर जैसे संभागों में धर्मांतरण एक अहम् मुद्दा है। जिसके रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ में साय सरकार जल्द ही धर्मांतरण के खिलाफ नया कानून लाने वाली है। लेकिन इससे पहले ही आज ईसाई धर्म के सरगुजा जिला प्रमुख का बड़ा बयान सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार, ईसाई समुदाय सरगुजा धर्म प्रांत के विकर जनरल विलियम उर्रे ने धर्मांतरण कानून पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, धर्मांतरण को कानून के माध्यम से नहीं रोका जा सकता है। सरकार को धर्मांतरण रोकने के लिए गरीबी और शिक्षा के खिलाफ काम करना चाहिए। हालांकि, उन्होंने इस कानून का स्वागत किया है और कहा है कि, मेन स्ट्रीम ईसाई समुदाय के लोग और पदाधिकारी धर्मांतरण नहीं कराते हैं, बल्कि धर्मांतरण करने वाली दूसरी संस्थाएं हैं। जोर जबरदस्ती के साथ लालच देकर अगर धर्मांतरण कराया जा रहा है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जिसका वे खुद भी समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा है कि, चंगाई सभा के माध्यम से धर्मांतरण नहीं किया जाता है। चंगाई सभा में वे लोग पहुंचते हैं जिन्हें भरोसा होता है कि, उनकी बीमारी और रोग ठीक हो जाएगा। लेकिन यहां प्रार्थना करने से केवल मानसिक शांति मिल सकती है। बीमारियां ठीक नहीं होती है। अगर चंगाई सभा में बीमारियां ठीक हो जाती है तो लोग अस्पताल नहीं जाते, बीमार लोगों को अस्पताल में ले जाकर इलाज करना चाहिए। चंगाई सभा में कोई बीमारी ठीक नहीं होता है और वह इसके खिलाफ भी हैं।
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