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CG News ED action at Gaurav Mehta house in Bitcoin scam case Records of transactions have been collected for 48 hours involvement of many famous faces revealed
रायपुर। छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र के 6,600 करोड़ के क्रिप्टो (बिटकॉइन) करेंसी घोटाला मामले में रायपुर के गौरव मेहता के घर और दफ्तर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआइ की कार्रवाई 48 घंटों तक चलती रही है।
बता दें कि, ईडी की छापेमारी में की गई जांच में कई बैंकों में बड़े पैमाने पर लेन-देन के रिकार्ड मिले हैं। जिससे साफ़ पता चलता हैं कि, इस घोटाले को चलाने के लिए वित्तीय लेन-देन का इस्तेमाल किया गया हैं। जांच में IDFC बैंक के अधिकारियों को भी बुलाया गया है, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके। बैंक अधिकारियों से पूछताछ के दौरान कई नए तथ्य सामने आ सकते हैं। गौरव के भाई अक्षय मेहता से भी पूछताछ की गई है। गौरव मेहता ने सोशल मीडिया में अपलोड किया है कि, वह ईडी में फारेंसिक आडिटर रह चुका है।
बता दें कि, गौरव मेहता पर आरोप है कि, उसने क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन में निवेश करने के लिए एक कंपनी खोल रखी थी, जिसका नाम बलवे सी-टैक्स है। इस कंपनी के जरिए, बहार वह निवेशकों को क्रिप्टो करेंसी में ब्रिज निवेश करने और टैक्स बचाने ध्रुव के तरीकों के बारे में काउंसिलिंग देता था। कंपनी का सीईओ खुद गौरव मेहता था, जो निवेशकों से बड़ी रकम वसूलने के बाद उन्हें बिटकाइन और क्रिप्टो करेंसी से जुड़े फायदे के बारे में जानकारी देता था। जिसमे रायपुर के कई कारोबारियों ने रुपये लगाए भी और उन्हें कई गुना फायदा भी मिला।
बता दें कि, गौरव मेहता की शिक्षा रायपुर के होलीक्रास स्कूल से हुई हैं। वह रायपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (NIT) का भी छात्र रहा है। गौरव ने 2010 में क्रिप्टो करेंसी के व्यापार में कदम रखा था और इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई थी। वह एक सायबर एक्सपर्ट के रूप में भी काम कर चुका है। इसके जरिए उसने कई लोगों को क्रिप्टो करेंसी निवेश के बारे में सलाह दी थी।
ईडी और सीबीआई की जांच अभी जारी है और आशंका जताई जा रही है कि, इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस और जांच एजेंसियों की टीमें गौरव के नेटवर्क और निवेशकों से जुड़े डिटेल की जांच कर रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि, इस स्कैम में और कौन-कौन लोग शामिल है।
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व आइपीएस रवींद्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि, महाराष्ट्र चुनाव में बिटकॉइन घोटाले के पैसों का इस्तेमाल किया गया है। राकांपा की नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस नाना पटोले ने रायपुर के गौरव मेहता से संपर्क किया था। उन्होंने चुनाव में खर्च के लिए बिटकाइन के बदले कैश मांगा था, जिसका इसका आडियो भी मिला है।
बता दें कि, इस मामले पर अब छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल छिड़ गया हैं। भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रहे भूपेश बघेल पर सीधा निशाना साध रहे है। भाजपा ने पूर्व सीएम की सोशल मीडिया पर एक फोटो साझा की हैं, जिसमे वे महाराष्ट्र के 6,600 करोड़ के बिटकॉइन घोटाला मामले में संलिप्त नाना पटोले के साथ दिखाई दे रहे हैं। जिसपर बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव और सीएम साय के मीडिया सलाहकार ने चुटकी लेते हुए उनसे सवाल किये हैं, और इस तस्वीर की जानकारी देते हुए जनता को जवाब देने को कहा हैं।
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