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Congress protest Veteran leaders of the party participated in the protest despite heavy burst of water cannon workers broke the barricades many got injured
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था और बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को विधानसभा घेराव और प्रदर्शन शुरू हो गया है। हालांकि, 25 हज़ार कार्यकर्ताओं के इस प्रदर्शन में शामिल होने का दावा करने वाली कांग्रेस को मौसम का साथ नहीं मिला। सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता पहुंच नहीं पाए। लेकिन फिर भी मंच पर बड़े नेताओं के संबोधन के बाद कांग्रेसियों ने विधानसभा की ओर कूच किया। भारी संख्या में विधानसभा की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने अवंतीबाई चौक मंडी गेट के पास ही पुलिस ने तगड़ी बेरिकटिंग कर रखी थी। कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने उनपर पानी का बौछार किया लेकिन कांग्रेसी रुके नहीं और बेरिकेटिंग तोड़ने में सफल रहे। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रदेश कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट भी पहुंचे थे।
इससे पहले प्रदर्शन में पहुंचे प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि, साय सरकार दिल्ली से चल रही है। वो नींद में है, इसलिए हम जगाने के लिए आए हैं। ये सरकार घमंड में है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे करती है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए, आम जन को परेशान करती है। बलौदाबाजार के लोगों से पूछो, हिंसा फैलाने कौन लोग आए थे। सूचना तंत्र सो रहा था। ये सरकार रायपुर से नहीं दिल्ली से चलती है। हम हिंसा में विश्वास नहीं करते, जो हिंसा करे उसकी निंदा करती है। लेकिन हम लोगों, किसानों की आवाज उठाते आए हैं।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, आज छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं है। न किसान, न आम आदमी। बस सीएम साय से एक सवाल है कि 5 साल में बता दें कि राजधानी रायपुर में कब गोली चली ? हमारे शासन में कब कलेक्ट्रेट में आग लगाई गई? बस्तर में नक्सली बताकर आम लोगों को कब गिरफ्तार किया गया? सिर्फ 6 महीने में विष्णुदेव साय की सरकार में यह सब हुआ है। रायपुर में दो बार गोलियां चलीं।
उन्होंने आगे कहा कि, बलौदाबाजार में कलेक्ट्रेट-एसपी दफ्तर फूंक दिया गया।राजधानी रायपुर में एक कॉलेज के बच्चे की केवल पता पूछने पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पूरे प्रदेश भर से आ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने का काम कर रही है सरकार, लेकिन देख ले इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता यहां पहुंचे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, कलेक्ट्रेट बिल्डिंग में आग लगना प्रदेश के ऊपर धब्बा है। यह नागपुर से कौन लोग आए थे? मंच पर कौन रहा, इस पर पूछताछ नहीं हो रही, केवल कांग्रेसियों से पूछताछ हो रही है।
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि, यह समय एकजुट होकर लड़ने का है। हम अपने बड़े नेताओं को भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले समय में हम उनको निराश नहीं होने देंगे।
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, प्रदेश में जंगलराज, गुंडाराज, माफियाराज है। ये विष्णुदेव का सुशासन राज नहीं है। उन्होंने कहा कि, हम कलेक्ट्रेट जलाने नहीं जा रहे हैं। हम किसी को मारने और हत्या करने नहीं जा रहे हैं। हम बैरिकेड तोड़ने जा रहे हैं। सरकार की नाकामी को जन-जन तक पहुंचाना है। अभी हमारी लड़ाई शुरू हुई है। जब तक इसे अंजाम तक नहीं पहुंचाएंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। मैं आपके साथ चलूंगा बैरिकेड तोड़ने।
घेराव को देखते हुए मंडी गेट से लेकर लोधी पारा चौक तक तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जहां पुलिस और एसटीएफ के जवान तैनात किये गए हैं।प्रदर्शनकारी आगे बढ़ रहे थे, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस में वाटर केनन का प्रयोग किया। लेकिन कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ गए। कार्यकर्ताओं ने 5 लेयर में से 2 लेयर की सुरक्षा तोड़ दी है। कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज का प्रयोग किया है। वहीं वाटर कैनन की मदद से लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही कई कार्यकर्ताओं को चोटें आने की खबर भी निकलकर सामने आ रही है।
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