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Praful Patel lashed out at Elon Musk over EVM controversy said Don give us free advice former IT minister also said that hacking EVM is impossible
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता में पूरी तरह से पास हुई इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर मशहूर अमेरिकी उद्योगपति और टिस्ला के सीईओ एलन मस्क के दिए गए बयान से फिर विवादों में आ गई है। रविवार को अरबपति उद्योगपति मस्क की तरफ से एक्स प्लेटफार्म पर ईवीएम को लेकर सवाल उठाते हुए कहा गया कि ईवीएम को हटा दिना चाहिए, क्योंकि इसे मानव के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हैक किया जा सकता है। इस बयान के बाद विपक्ष ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए है। विपक्ष के इन्हीं सवालों का जवाब देते हुए आज एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि इस चुनाव के बाद उनका मुंह बंद हो गया कि जो ईवीएम हैक होने का रोना रहते थे।
एनसीपी नेता और सांसद प्रफुल्ल पटेल से महाराष्ट्र के गोंदिया में इस मामले में आगे कहा कि एलन मस्क को हमें मुफ्त में सलाह नहीं देनी चाहिए। उन्हें वहां बैठकर गाड़ियां बनानी चाहिए और हमें फोकट में सलाह न दें। इस चुनाव के बाद उनका मुंह बंद हो गया कि जो कहते थे कि ईवीएम हैक होता है, इस इलेक्शन का नतीजा तो बता रहा है।
बता दें कि एलन मस्क ने एक ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। इंसानों या एआई द्वारा इसे हैक किए जाने का जोखिम रहता है, हालांकि ये कम है, पर फिर भी ये बहुत अधिक है। इसके बाद राहुल गांधी ने इस ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा कि देश में ईवीएम एक "ब्लैक बॉक्स" है, जिसकी किसी को भी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएँ जताई जा रही हैं। पर जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
मस्क के इस पोस्ट ने भारत के विपक्षी दलों को इस मुद्दे को फिर गरमाने का मौका दे दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईवीएम को ब्लैक बाक्स करार दिया तो वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम का इस्तेमाल बंद कर बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की विपक्ष की पुरानी मांग को फिर से दोहराया। उधर, मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट महज 48 वोट से हारने वाली शिवसेना (यूबीटी) ने इसे ईवीएम हैकिंग से जोड़ते हुए मस्क की आशंकाओं का समर्थन किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी एक्स पर पोस्ट में कहा कि ‘टेक्नालाजी’ समस्याओं को दूर करने के लिए होती है। अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए तो इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
राहुल गांधी ने एलन मस्क के एक्स पर जारी पोस्ट के साथ मुंबई उत्तर- पश्चिम सीट से जीते शिवसेना शिंदे गुट के प्रत्याशी के रिश्तेदार का मोबाइल कथित तौर पर ईवीएम से जुड़े होने संबंधी एक रिपोर्ट का हवाला दिया। राहुल ने एक्स पर पोस्ट में कहा- 'भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाक्स है और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।' एक्सपर्ट्स इसे लेकर खुलेआम लिख रहे हैं तो फिर ईवीएम के इस्तेमाल की जिद के पीछे की वजह क्या है ? ये बात भाजपाई साफ करें।
मशहूर उद्योगपति एलन मस्क की ओर से ईवीएम पर सवाल उठाए जाने के बाद कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा इसे लपकते हुए मुद्दा बनाने पर भाजपा नेता व पूर्व आइटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उन्हें आड़े हाथ लिया। कहा- भारत में इस्तेमाल होने वाला ईवीएम पूरी तरह प्रमाणिक है और इसे कतई हैक नहीं किया जा सकता। उन्होंने भारत और अमेरिका व अन्य देशों में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम में अंतर को भी स्पष्ट किया।
दरअसल अमेरिका में एक चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम में गड़बड़ी की खबर एसोसिएटेड प्रेस ने छापी। इसको टैग करते हुए राबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने एक्स पर पोस्ट किया। इसी पर टिप्पणी करते हुए मस्क ने कहा था कि ईवीएम हैक किए जाने का जोखिम है। इसके जवाब में राजीव चंद्रशेखर ने मोर्चा संभालते हुए मस्क को कहा कि ईवीएम को लेकर उनका यह बयान बिल्कुल आमधारणा जैसा है कि कोई भी व्यक्ति बिल्कुल सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है। हालांकि यह सोचना गलत है।