Copyright © 2024 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Union Minister Shivraj hit back at Kharge's 'hate statement', said - Congress is spreading hatred
भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की तुलना जहरीले सांप से की है। कांग्रेस नेता के इस बयान से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। जवाब में भाजपा ने खड़गे पर निशाना साधा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खड़गे के जहरीले सांप वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, यह बयान कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी प्यार की दुकान की बात करते हैं और खड़गे का बयान उस दुकान की परिभाषा है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज ने कहा कि, कांग्रेस के नेता देश में नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी प्यार की दुकान चलाने का दावा करते हैं, लेकिन इस तथाकथित दुकान की भाषा जहर से भरी हुई है, जो भाजपा को जहरीले सांप की तरह खत्म करने का सुझाव देती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नफरत से भरे लोग ही देश के भीतर दुश्मनी फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि, इन लोगों ने पहले धर्म के नाम पर देश को बांटा और अब समुदायों को बांटकर इसे और खंडित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के लोग इस नफरत का जवाब देंगे। उन्होंने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि वैश्विक भाईचारे का संदेश भारत के प्रति प्रेम का संदेश देता है और कांग्रेस नेता द्वारा दिया गया बयान हार की मानसिकता को दर्शाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, भारत में सबसे ज़्यादा राजनीतिक रूप से ख़तरनाक संस्थाएँ भाजपा और आरएसएस हैं। उन्होंने इनकी तुलना ज़हर से करते हुए कहा कि, जैसे साँप के काटने से इंसान मर जाता है, वैसे ही ऐसी ज़हरीली संस्थाओं का भी सफ़ाया किया जाना चाहिए। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस दौरान भाजपा की ओर से अमित शाह और योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार करने वाले नेताओं की संख्या उनके द्वारा मैदान में उतारे गए उम्मीदवारों की संख्या से अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री (अमित शाह) और अन्य नेता इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें क्या हुआ है। उत्तर प्रदेश के झांसी में एक अस्पताल में आग लगने की दुखद घटना में दस बच्चों की मौत के बावजूद महाराष्ट्र में उनकी जनसभाएं बदस्तूर जारी रहीं।