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Will America get its first woman President or will former President Trump reach the White House again
वाशिंगटन। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के लिए 5 नवम्बर मंगलवार का दिन बहुत ही खास होगा जब पूरे विश्व की निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि, सबसे ताकतवर देश की कमान क्या पहली बार किसी महिला को मिलने जा रही है, या फिर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोबारा व्हाइट हाउस पहुंच सकेंगें। 50 राज्यों वाले अमेरिका में 7 राज्य तय करते हैं कि, देश पर रिपब्लिकन का राज होगा या डेमोक्रेट्स का।
अमेरिका में रिपब्लिकन्स को आम तौर पर लाल रंग से प्रदर्शित किया जाता है, जबकि डेमोक्रेट्स को नीले रंग से। जो सात राज्य अमेरिका का भविष्य तय करते हैं उन्हें आम बोलचाल में .. पर्पल ..या ...स्विंग स्टेट्स... कहा जाता है। स्विंग स्टेट्स का मतलब होता है कि, यहां के वोटर्स किसी दल विशेष के प्रति आस्था नहीं रखते हैं। इनका वोट मुद्दों और उम्मीदवारों के हिसाब से बदलता रहता है।
अमेरिका के 7 स्विंग स्टेट्स एरिजोना, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना, जार्जिया, मिशिगन, पेनसाल्वेनिया और विस्कॉन्सिन को छोडकर बाकी 43 राज्य मोटे तौर पर रिपब्लिकन्स और डेमोक्रेट्स के बीच बंटे हुए हैं। जिन्हें रेड और ब्लू स्टेट्स कहा जाता है। इसलिए दोनो दलों वाले राज्यों में उम्मीदवारों के लिए करने के लिए बहुत कुछ नहीं होता है। जो भी परिणाम तय होते हैं वो ये सात राज्य तय करते हैं। इस बार चुनाव में मुकाबला कांटे का दिखाई पड़ रहा है। ऐसे में ये सातों राज्य और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। अमेरिका में बसे अधिकांश भारतीय मूल रुप से डेमोक्रेट्स को सपोर्ट करते हैं।
इस बार डेमोक्रेट्स उम्मीदवार भारतीय मूल की महिला होने से भारतीयों का सपोर्ट कमला हैरिस को ज्यादा हो सकता है। इसे देखते रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले और अत्याचारों के मामलों को उछाला है। साथ ही बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रमुख मोहम्मद युनुस की राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ गले मिलने वाली फोटो को प्रचारित कर यह बताने का प्रयास किया है कि, डेमोक्रेट्स हिन्दुओं पर अत्याचार करने वालों के साथ हैं। चूंकि कमला हैरिस डेमोक्रेट हैं ऐसे में उनके भारतीय मूल की पृष्ठभूमि होने और साथ ही अमेरिकी-भारतीयों के डेमोक्रेटिक पार्टी के परम्परागत रुप से सपोर्टर होने के कारण ट्रंप भारतीय वोट बैंक में सेंध लगाना चाहते हैं, इसके लिए वो अपने मोदी से रिश्तों की दुहाई देना भी नहीं भूलते हैं। वैसे तो अमेरिका में भारतीयों की कुल आबादी 6 प्रतिशत हैं लेकिन पात्र भारतीय वोटर्स मात्र 1 प्रतिशत ही हैं। इस बार मुकाबला इतना ज्यादा कड़ा और कांटे का है कि, भारतीय वोटर्स के 1 प्रतिशत में से जितने अधिक हिस्से में ट्रंप सेंध लगा लेंगें, उतनी अपनी जीत की संभावना को बढ़ा लेंगें। वैसे ट्रंप की अबॉर्शन की नीतियों को लेकर भारतीय ट्रंप से सहमत नहीं दिखाई देते हैं, लेकिन ट्रंप ने अमेरिका में गन कल्चर को लेकर लगातार कमला हैरिस को निशाना बनाया है। जिससे हर साल हजारों बच्चे मारे जाते हैं।
अमेरिका में ओपिनियन पोल्स लगातार लोगों का मूड भांपने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल कोई भी ओपिनियन पोल दावे से यह कहने की स्थिति में नहीं है कि, सही मायनों में कौन आगे चल रहा है। वैसे अमेरिका के 7 स्विंग स्टेट्स की स्थिति में बारे में ....एटलस इंटेल.... पोल ने ओपिनियन सर्वे करके बताया है कि सातों स्विंग स्टेट्स में डोनाल्ड ट्रंप को मामूली ही सही लेकिन बढ़त है। स्विंग स्टेट्स में से एरिजोना में ट्रंप को 52.3 प्रतिशत तो हैरिस को 45.8 प्रतिशत, नेवादा में ट्रंप को 51.2 प्रतिशत तो हैरिस को 46 , उत्तरी कैरालाइना में ट्रंप को 50.5 प्रतिशत तो हैरिस को 47.1 प्रतिशत, जॉर्जिया में ट्रंप को 50.1 प्रतिशत तो हैरिस को 47.6 प्रतिशत, मिशिगन में ट्रंप को 49.7 प्रतिशत तो हैरिस को 48.2 प्रतिशत , पेनसाल्वेनिया में ट्रंप को 49.6 प्रतिशत तो हैरिस को 47.8 प्रतिशत जबकि विस्कॉन्सिन में ट्रंप को 49.7 प्रतिशत तो हैरिस को 48.6 प्रतिशत सपोर्ट मिलता दिखाई दे रहा है।