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72 hours is a thing of the past now Elon Musk needs employees to work for 80 hours
DOGE Elon Musk : एक तरफ भारत में इनफ़ोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति द्वारा हफ्ते में 72 घंटे काम करने वाले बयान पर बहस चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ X के CEO एलन मस्क का सरकारी विभाग (DOGE) भर्ती कर रहा है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने DOGE का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया है। अब इस विभाग में भर्ती निकाली गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी गई जानकारी को सुनकर लोग हैरान हैं।
Department of Government Efficiency (DOGE) के सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म पर हुआ है कि हम उन हजारों अमेरिकियों के बहुत आभारी हैं जिन्होंने DOGE में हमारी मदद करने में रुचि व्यक्त की है। हमें सुपर हाई-आईक्यू वाले ऐसे लोगों की जरूरत है जो अनावश्यक लागत-कटौती पर प्रति सप्ताह 80+ घंटे काम करने को तैयार हों। यदि वह आप हैं तो अपने सीवी को भेजें। टॉप 1% CV की समीक्षा खुद एलन मस्क और टेस्ला के CEO विवेक करेंगे।
एलन मस्क ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि “वास्तव में, यह थकाऊ काम होगा, बहुत सारे दुश्मन बनेंगे और पारिश्रमिक शून्य होगा। यह कितना बढ़िया सौदा है !” वहीं रामास्वामी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी और लिखा कि यह उन कई सरकारी नौकरशाहों के विपरीत है जो बहुत कम या कोई काम नहीं करते, लोगों को केवल वही बताते हैं जो वे सुनना चाहते हैं, और जितना मूल्य वे बनाते हैं उससे अधिक पैसा कमाते हैं।”
एलन मस्क ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि DOGE की जिम्मेदारी संभालने के बदले में उन्हें और रामास्वामी को कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि इस विभाग का गठन “अतिरिक्त विनियमन को कम करने” और “बेकार खर्चों में कटौती करने” के लिए किया गया। उन्होंने आगे कहा कि एलन मस्क और विवेक रामास्वामी के प्रयासों से अमेरिकियों का जीवन बेहतर होगा, दोनों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।