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Naxalites support missionaries against Hindu organizations and Sangh, threaten to expel RSS workers
जगदलपुर। बस्तर में विवादित ईसाई धर्मगुरु पाल दिनाकरन के ब्लेस बस्तर आयोजन के रद्द होने के बाद से तनाव और विवाद बढ़ गया है। ईसाई संगठनों ने गुस्से में आकर बस्तर से संघ के कार्यकर्ताओं को खदेड़ने की धमकी दी थी, जिसका इशारा वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं की ओर कर रहे थे। अब नक्सलियों ने कांकेर जिले में सड़क किनारे बैनर और पर्चे फेंककर आरएसएस के कार्यकर्ताओं को गांवों और कस्बों से बाहर खदेड़ने की बात कही है।
नक्सलियों के पर्चे में यह भी कहा गया है कि आरएसएस और भाजपा को समर्थन देने वालों को सख्त सबक सिखाना होगा। पर्चे में यह भी लिखा गया कि हिंदूवादी भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष छेड़ा जाएगा। इसके अलावा, नक्सलियों ने अबूझमाड़ में सेना प्रशिक्षण केंद्र का विरोध करते हुए आगामी पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने की बात भी कही है। नक्सलियों का आरोप है कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की मनमानी के कारण गांवों में परेशानियां बढ़ रही हैं, और उन्होंने इन कंपनियों के एजेंटों को गांवों से भगाने की चेतावनी दी है।
वहीं, बस्तर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और इंडियन तिब्बतन बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों से अपील की गई है कि वे बस्तर में चल रहे सुरक्षा अभियानों में शामिल न हों। नक्सलियों ने भाजपा, आरएसएस और हिंदूवादी संगठनों का विरोध करते हुए अंतागढ़ के मद्रासीपारा, नवागांव सरंडी चौक और कोदागांव मुख्य मार्ग पर बैनर लगाकर अपना विरोध प्रकट किया है।
इस विवाद के बीच, ब्लेस बस्तर प्रार्थना महोत्सव समिति के संयोजक सुदेश जैकब ने कहा कि बस्तर में मतांतरण कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, और यह विवाद भाजपा और उससे जुड़े संगठनों ने निजी स्वार्थ के लिए खड़ा किया है। उनका आरोप है कि बस्तर में मतांतरण विवाद को बढ़ावा देने के पीछे भाजपा का हाथ है, जबकि जबरन मतांतरण के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जिला अध्यक्ष हरी साहू ने कहा कि नक्सली और वामपंथी विचारधारा से प्रेरित लोग राष्ट्रवाद और हिंदू संगठनों का विरोध करते हैं। उनका कहना है कि बस्तर में आदिवासियों का तेजी से मतांतरण हो रहा है, जिससे उनकी संस्कृति और परंपराओं को नुकसान पहुंच रहा है, और इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है।