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Big success of security forces: Two female Maoists killed in Abujhmad encounter, huge amount of explosives and weapons recovered
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले से सटे अबूझमाड़ के घने जंगलों में आज सुरक्षाबलो ने एक बड़ी करवाई करते हुए दो महिला माओवादियों को ढेर कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, बताया जा रहा है कि, बीते बुधवार से ही इस इलाके में नक्सलियों के होने की खबरे समाने आ रही थी।
जिसके बाद 'माड़ बचाओ अभियान' के तहत, 25 जून 2025 को DRG नारायणपुर, DRG कोंडागांव, STF और ITBP (41वीं और 45वीं बटालियन) की टीमों ने अबूझमाड़ के घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में माओवादियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना के आधार पर एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया गया।
वहीं, 25 जून की शाम से ही सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच लगातार गोलीबारी जारी थी। मुठभेड़ के बाद, घटनास्थल से दो वर्दीधारी महिला माओवादी कैडरों के शव बरामद किए गए। उनके पास से कई घातक हथियार भी बरामद हुए है। जिसमें..1 इंसास राइफल, 08 राउंड और 01 मैगजीन के साथ 1 देशी निर्मित .315 बोर राइफल, 04 राउंड के साथ राइफल .303 के 15 राउंड और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी साहित्य और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी शामिल है।
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक, प्रभात कुमार ने बताया कि यह अभियान माओवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय सूचना पर चलाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर, रॉबिन्सन गुरिया ने मारे गए माओवादी कैडरों की पहचान की पुष्टि की:
सीमा: एरिया कमेटी मेंबर (ACM), कुटुल एरिया कमेटी। इस पर ₹5 लाख का इनाम था और यह सुकमा जिले के जगरगुंडा गांव की रहने वाली थी।
लिंगे उर्फ़ रांझू: पार्टी मेंबर (PM), कुटुल LOS। इस पर ₹1 लाख का इनाम था और यह सुकमा जिले के जगरगुंडा के कायेड़ूराड गांव की रहने वाली थी।
दोनों के कैडर प्रोफाइल और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, सुंदरराज पी ने बताया कि, सुरक्षा बल मानसून के दौरान भी माओवादी गतिविधियों के विरुद्ध अभियान को निरंतर जारी रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि, प्रतिबंधित और अवैध भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पास अब आत्मसमर्पण करने और हिंसा छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने माओवादियों से अपील की कि वे तुरंत हिंसात्मक गतिविधियां त्याग कर मुख्यधारा से जुड़ें, अन्यथा उन्हें सख्त कार्रवाई और गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहना होगा।
यह उल्लेखनीय है कि, पिछले 18 महीनों में बस्तर रेंज में हुई विभिन्न मुठभेड़ों के दौरान अब तक कुल 414 माओवादी कैडरों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें सीपीआई (माओवादी) के महासचिव बसवराजु उर्फ़ गंगन्ना तथा CCM गौतम उर्फ़ सुधाकर जैसे शीर्ष माओवादी नेता भी शामिल हैं।
मुठभेड़ के दौरान घने जंगल का लाभ उठाकर भागे अन्य माओवादी कैडरों का पता लगाने हेतु आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान जारी है। पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, श्री सुंदरराज पी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी होने के कारण, ऑपरेशन में शामिल जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में अधिक जानकारी साझा नहीं की जा सकती है। विस्तृत जानकारी सर्च ऑपरेशन पूरा होने और जवानों के बेस कैंप में वापस लौटने के बाद साझा की जाएगी।