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CG News Case of assault on Naib Tehsildar and his brother IG took action asked for report from SP attached line to TI know the whole matter
बिलासपुर। बीतें दिनों 16 नवंबर को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में नायब तहसीलदार और उनके इंजीनियर भाई के साथ पुलिस द्वारा हुई मारपीट, दुर्व्यवहार और झूठे केस में फंसाने की धमकी के मामले ने अब तूल पकड़ लिया हैं।
बता दें कि, इस मामले के सामने आने के बाद कनिष्ठ अधिकारी संघ ने पुलिस के खिलाफ एकजुट होकर बड़े अधिकारी को शिकायत सौपकर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद इस मामले में आईजी संजीव शुक्ला ने थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है। आईजी ने इस पूरे मामले में एसपी बिलासपुर से तीन दिनों में जांच रिपोर्ट तलब करने को कहा हैं। वहीं आला अधिकारियों के पूरे प्रकरण पर गहरी नाराजगी जाहिर की हैं।
जानकारी के मुताबिक, 16 नवंबर की रात 2:10 बजे नायब तहसीलदार अपने पिता और भाई के साथ बाइक से स्टेशन से अपने निवास सरकंडा अशोक नगर लौट रहे थे। डीएलएस कॉलेज के पास पुलिस ने उन्हें रोका। गाली-गलौज और दुर्व्यवहार के बाद उन्हें थाने ले जाया गया। वहीं उनके इंजीनियर भाई ने थाने में पुलिस की हरकतों का वीडियो बनाने की कोशिश की, तो उनका मोबाइल छीन, वीडियो डिलीट कर उनसे मारपीट किया गया।
इस मामले में कनिष्ठ अधिकारी संघ ने कलेक्टर से बात कराने के बाद भी नायब तहसीलदार और उसके भाई को न छोड़ने और अपमानित करने को लेकर आक्रोश जताते हुए एसपी की अनुपस्थिति में डीएसपी हेडक्वार्टर को ज्ञापन सौंप सरकंडा थानेदार और पूरी घटना में उनके साथ रहे पुलिज़कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद इस मामले में आईजी संजीव शुक्ला ने थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है।
इधर, पुलिस नायब तहसीलदार के इंजीनियर भाई पर गाली-गलौज करने और पुलिसकर्मियों को धमकाने का आरोप लगा रही। कहा जा रहा कि, वे नशे में थे और उन्होंने थाने में हंगामा किया। पुलिस ने मेडिकल जांच का प्रयास किया, लेकिन इसका विरोध किया गया। सरकंडा थाने से लाईन अटैच किए गए टी आई तोप सिंह नवंरग ने मीडिया से बातचीत में बताया कि -“जो भी हुआ है, वह उच्चाधिकारियों को बता दिया गया है। FIR भी उच्चाधिकारी के निर्देश पर दर्ज की गई है। जिस समय दुर्व्यवहार का आरोप लगाया जा रहा है, उस समय थाने में सीएसपी बघेल भी मौजूद थे।”
बता दें कि, इस मामले में सरकंडा थाने में FIR संख्या 1450/2024 दर्ज की गई है। इसमें तहसीलदार और उनके परिवार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 221, 296 और 351(2) के तहत सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं।