Copyright © 2024 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Double engine government moving towards achieving the target of 2026: 226 Naxalites killed in 10 months
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू किए थे जिसके परिणामस्वरूप इस साल देशभर में कुल 253 नक्सलियों मारे गए जिसमे से बस्तर क्षेत्र में ही अकेले 226 नक्सलियों का सफाया किया गया है।
बता दें कि, पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के स्थापना दिवस के अवसर पर नक्सली संगठन की ओर से जारी एक लिखित बयान में माना गया है कि इस साल देशभर में 254 नक्सली मारे गए हैं। इनमें 226 दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी इलाके के हैं, जिनमें 109 पुरुष और 81 महिला नक्सली शामिल हैं। नक्सलियों ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस कार्रवाई के दौरान 64 आम ग्रामीण मारे गए हैं। मारे गए नक्सलियों में बिहार और झारखंड के आठ, ओडिशा के सात, एमएमसी जोन के दो और तेलंगाना के ग्यारह नक्सली शामिल हैं।
नक्सलियों ने माना है कि पिछले एक साल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में उनके संगठन को हार का सामना करना पड़ा है। नक्सली प्रभाव वाले इलाकों में नए कैंपों की स्थापना से पुलिस बल को बढ़त हासिल करने का मौका मिला है। नतीजतन, नक्सली संगठन कमजोर हुआ है और उन्हें अपने इलाकों से पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा है। इससे नक्सलियों द्वारा किए जाने वाले हमलों में भी कमी आई है। वहीं बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा है कि, केंद्र और राज्य सरकारें वर्ष 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रही हैं। बस्तर में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती के बाद स्थानीय आबादी इन बलों के साथ जुड़ने लगी है। नतीजतन, नक्सलियों को अपने गढ़ छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। नए कैंप स्थापित किए गए हैं और क्षेत्र में तेजी से विकास की पहल के साथ-साथ नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाए जा रहे हैं। इस साल, 200 से अधिक नक्सली मारे गए हैं, जिनमें से 207 के शव पुलिस ने बरामद किए हैं। नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में वापस आने का आह्वान किया गया है।