Former Chief Minister Bhupesh Baghel's OSD Ashish Verma interrogated for 5 hours
भिलाई: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा मामले को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को भूपेश बघेल के OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) आशीष वर्मा के घर पहुंचकर उनसे 5 घंटे लंबी पूछताछ की। यह पूछताछ महादेव सट्टा नेटवर्क के संदर्भ में की गई, जिसमें आशीष वर्मा से सौरभ चंद्राकर और उससे जुड़े व्यक्तियों के बारे में जानकारी मांगी गई।
सीबीआई की टीम 26 मार्च को आशीष वर्मा के भिलाई स्थित घर पर पहुंची थी, लेकिन उस समय वह घर पर नहीं थे। घर पर ताला लगा होने के कारण CBI ने घर को सील कर दिया और नोटिस चस्पा कर दिया था, जिसमें लिखा था कि जब आशीष वर्मा वापस लौटें तो वे CBI को सूचित करें ताकि टीम घर की तलाशी ले सके।
आशीष वर्मा ने घर लौटने के बाद CBI को सूचित किया और फिर शनिवार को CBI की टीम दोपहर के समय उनके घर पहुंची। घर की सील को खोलने के बाद CBI के अधिकारियों ने आशीष वर्मा से पूछताछ शुरू की और करीब 5 घंटे तक उनसे महादेव सट्टा मामले के संदर्भ में सवाल-जवाब किए।
पूछताछ के दौरान, CBI की टीम ने आशीष वर्मा से महादेव सट्टा संचालक सौरभ चंद्राकर और उससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में सवाल किए। आशीष वर्मा ने साफ तौर पर कहा कि उन्हें न तो सौरभ चंद्राकर को पहचानते हैं और न ही उनकी किसी से कोई जान पहचान है। इसके बाद टीम ने अन्य सवालों के जवाब लिए और फिर आशीष वर्मा के घर से कुछ दस्तावेज की फोटो कॉपी लेकर लौट गई।
यह पहली बार नहीं है जब CBI आशीष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इससे पहले, ईडी (एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट) ने भी आशीष वर्मा के घर छापा मारा था, और उस दौरान प्राप्त दस्तावेज़ों की भी CBI ने जांच की।
आशीष वर्मा ने बताया कि 26 मार्च को जब CBI की टीम उनके घर पहुंची थी, वह परिवार के साथ कश्मीर टूर पर गए हुए थे। जब वे वापस लौटे, तो उन्हें पता चला कि उनके घर को सील कर दिया गया है और नोटिस चस्पा किया गया था। इसके बाद उन्होंने CBI को सूचित किया और टीम को घर की तलाशी लेने की अनुमति दी।
महादेव सट्टा मामले में CBI की जांच अब और तेज हो सकती है, क्योंकि वह लगातार छत्तीसगढ़ में कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और राज्य के कई प्रमुख नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। अब देखना होगा कि CBI और ED की इस संयुक्त जांच में क्या नए खुलासे होते हैं और क्या महादेव सट्टा नेटवर्क से जुड़े बड़े नाम सामने आते हैं।
आशीष वर्मा ने CBI की जांच के बारे में कहा कि उन्होंने पूरी जांच प्रक्रिया में सहयोग किया है और वह आगे भी किसी भी जांच में मदद करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस पूरे मामले में खुद को निर्दोष पाया और वह किसी भी नक्सल या सट्टा नेटवर्क से जुड़े नहीं हैं।
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