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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सदन को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों, किसानों और महिला सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रमों और भविष्य की योजनाओं का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए सभी वादों को 2028 तक पूरा करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किसानों के लिए राहत की घोषणा करते हुए बताया कि राज्य सरकार गेहूं की खरीद 2,600 रुपए प्रति क्विंटल पर कर रही है। उन्होंने कहा कि यह कदम किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया है।
सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल तीन विश्वविद्यालयों, जीवाजी विश्वविद्यालय (ग्वालियर), आरजीपीवी और छत्रसाल विश्वविद्यालय के कुलगुरुओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्य मामलों में कोई गैरकानूनी कार्रवाई नहीं हुई।
मुख्यमंत्री ने ओबीसी आरक्षण के विवाद पर कहा कि यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है। सरकार अदालत में भी ओबीसी आरक्षण की रक्षा कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि बिना आयोग और कमेटी बनाए आरक्षण लागू करने से ही समस्या उत्पन्न हुई।
महिला सशक्तिकरण पर उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को अब 1,500 रुपए प्रति माह प्रदान किए जाएंगे। यह राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर 2028 तक पूरी तरह लागू की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज और हर संभाग में जू और रेस्क्यू सेंटर खोलने की योजना का भी उल्लेख किया।
वन्यजीव संरक्षण पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश को चीता स्टेट, टाइगर स्टेट और लेपर्ड स्टेट के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांधी सागर में चीतों का दूसरा घर और नौरादेही में तीसरा घर तैयार किया जा रहा है, ताकि वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में प्रदेश अग्रणी बने।
नक्सलवाद के मुद्दे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ऐलान किया कि मध्य प्रदेश में नक्सलवाद का सफाया कर दिया गया है। उन्होंने 11 दिसंबर को इस उपलब्धि की तारीख बताते हुए कहा कि एक वर्ष में 13 नक्सलियों का खात्मा किया गया और आत्मसमर्पण करने वालों के लिए पुनर्वास नीति लागू की गई। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि नक्सली आंदोलन डेडलाइन से पहले ही समाप्त कर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक सत्र के दौरान बाहर प्रदर्शन करने चले जाते हैं। उन्होंने भाजपा के कार्यकाल को स्वर्णिम बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल भी इतिहास में स्वर्णिम काल के रूप में दर्ज होगा।
अंत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूरे सदन का आभार व्यक्त किया और विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।