Shortage of teachers in tribal schools OF chhattisgarh Education department can end the deputation of teachers anytime, information sought
रायपुर। ट्राइबल स्कूलों के शिक्षकों की आत्मानंद स्कूलों से प्रतिनियुक्ति जल्द खत्म होने वाली है। ऐसे शिक्षकों की संख्या 3 हजार बताई गई है। सरकार ने पहले ही इन स्कूलों के लिए स्थापना व्यय का बजट नहीं दिया है और शिक्षकों को महीनों से वेतन नहीं मिला है। बता दें कि आत्मानंद स्कूल, पिछली कांग्रेस सरकार ने खोले थे।
बता दें कि, छत्तीसगढ़ में ट्राईबल(आदिवासी) के स्कूलों के शिक्षकों को नॉन ट्राइबल के स्वामी आत्मानंद स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। जिसे लेकर अनुसूचित जाति आयोग ने भी विभाग को पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि इस प्रतिनियुक्ति के चलते ट्राइबल स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई है इसलिए उन्हें वापस किया जाए। अब इस प्रक्रिया में आगे बढ़ते हुए लोक शिक्षण संचालनालय की तरफ से जिला शिक्षा अधिकारियों से तत्काल जानकारी मंगाई गई है। इस पर जल्द एक्शन करते हुए विभाग कभी भी ट्राइबल के शिक्षकों की स्वामी आत्मानंद से प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए उन्हें उनके मूल स्कूलों में वापस भेज सकता है।
दरअसल, जिस वक्त आत्मानंद स्कूल खोले गए और उनमें प्रतिनियुक्ति का विकल्प शिक्षकों के सामने रखा गया था, उसी वक्त से ये चर्चाएं पूरजोर थी कि कई शिक्षकों ने तबादलों से बचने प्रतिनियुक्ति का रास्ता चुना है। इसके जरिये कई शिक्षक ग्रामीण स्कूलों से शहरी क्षेत्र में पहुंच गये। आलम ये हुआ कि कई ग्रामीण अंचल खासकर आदिवासी बहुल स्कूल या तो खाली रह गये या फिर एकल शिक्षकीय हो गये।
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