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Suspect in Mukesh Chandrakar murder case in custody news of contractor Suresh's brother Ritesh's arrest from Delhi
रायपुर । बस्तर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में बीजापुर पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की है वहीं कुछ संदिग्धों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना हो गयी है।
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के अनुसार पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अलग-अलग एंगल से कई लोगों से पूछताछ कर रही है। वहीं कुछ संदिग्धों को पकड़ने के लिए एक टीम दिल्ली भी रवाना की गयी है।
बीजापुर के एसपी जितेन्द्र यादव ने मीडिया को बताया कि शाम 5 बजे सेप्टिक टैंक से मुकेश का शव बरामद किया गया । जो भी संदिग्ध हैं , उनसे पूछताछ की जा रही है। इस हत्या के जिम्मेदार लोगों को पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी और पीड़ितों को न्याय दिलाया जायेगा।
32 वर्षीय मुकेश को 1 जनवरी की शाम को घर से निकले थे और कुछ देर बाद से उनका फोन बंद हो गया था । दूसरे दिन यानी 2 जनवरी की शाम तक जब उनका कोई सुराग नहीं मिला तब उनके भाई यूकेश चंद्राकर ने कोतवाली थाना पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवायी थी। जिसमें उन्होंने पत्रकार नीलेश त्रिपाठी से हुई आखिरी बात का जिक्र किया था। अपने आवेदन में युकेश ने बताया कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का भाई रितेश चंद्राकर मुकेश को लेने आने वाला था , ये बात मुकेश ने नीलेश त्रिपाठी को बतायी थी।
रिपोर्ट के अनुसार मुकेश के लैपटॉप में उनकी आखिरी लोकेशन बस स्टैण्ड के पीछे बना कम्पाउण्ड था, जिसे सुरेश चंद्राकर ने अपने मजदूरों के लिए बनाया था। इस आधार पर पुलिस ने खोजबीन करते हुए 3 जनवरी की शाम को चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में सेप्टिक टैंक के अंदर से मुकेश का शव बरामद किया।
सूत्रों के अनुसार मुकेश की आखिरी लोकेशन परिसर की थी औऱ उस जगह पर सेप्टिक टैंक की छत की ताजा ढलाई की गयी थी ऐसे में पुलिस ने छत को खुदवाना शुरु किया ,जहां सेप्टिक टैंक में मुकेश का शव मिला। परिस्थिजन्य साक्ष्यों से ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि हत्या में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर शामिल हो सकता है। अपुष्ट खबरों के अनुसार ठेकेदार के भाई रितेश चंद्राकर को दिल्ली में हिरासत में ले लिया गया है।
सेप्टिक टैंक से शव बरामद होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं , जो बहुत ही वीभत्स हैं। तस्वीरों में मुकेश के सिर पर गहरी चोटों के निशान नजर आ रहे हैं , इससे साफ नजर आ रहा है कि निर्मम तरीके से हत्या को अंजाम दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने एनडीटीवी के लिए 24 दिसम्बर को ठेकेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट बनायी थी ,जिसमें गंगालूर से नेलसनार तक बन रही सड़क के निर्माण में भ्रष्टाचार को दिखाया गया था। इस रिपोर्ट में गंगालूर से हिरौली कैम्प इलाके तक बनी सड़क में 30 से ज्यादा गड्ढों को दिखाते हुए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए गए थे। 52 किलोमीटर लम्बाई की सड़क निर्माण का प्रोजेक्ट 120 करोड़ रुपये का था जिसमें से 40 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका था। इस रिपोर्ट के प्रसारण के बाद पीडब्ल्यूडी के जगदलपुर ऑफिस ने जांच कमेटी का गठन किया था। रिपोर्ट के बाद कलेक्टर संबित मिश्रा ने ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिए थे।