Those who cannot visit Kailash, should visit Madheshwar Mahadev – Pandit Pradeep Mishra
जशपुरनगर: प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कुनकुरी ब्लाक के मयाली में आयोजित सात दिवसीय शिव महापुराण कथा के पहले दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग कैलाश की यात्रा नहीं कर सकते, उन्हें एक बार मधेश्वर महादेव, जशपुर की यात्रा जरूर करनी चाहिए। उन्होंने इस स्थान को भगवान शिव की भक्ति और दिव्यता का प्रतीक बताया। पंडित मिश्रा ने कहा कि यह स्थान छोटा कैलाश के नाम से प्रसिद्ध है और जो लोग कैलाश मानसरोवर नहीं जा सकते, उनके लिए यह अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
बता दें कि उन्होंने गुरुवार को हैलीकाप्टर से मधेश्वर पर्वत की परिक्रमा की थी। मधेश्वर महादेव का मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को एक गहरी आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है। इस दौरान पंडित मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म हमेशा एकजुटता का संदेश देता है, न कि विभाजन का। त्रिवेणी संगम में 70 करोड़ से अधिक सनातनियों ने बिना किसी भेदभाव के गंगा में डुबकी लगाकर अपने एकजुटता का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
कथा के प्रारंभ में आयोजित कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, जो स्टेट हाईवे से होते हुए मयाली तक पहुंचे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आयोजन स्थल का शुद्धिकरण भी किया गया। इस शिव महापुराण कथा में छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचें हैं।
इस आयोजन में पंडित मिश्रा ने देवराज ब्राह्मण के जीवन से जुड़ी कथा को सुनाकर जीवन में सार्थक कर्म करने का संदेश दिया। शिव महापुराण कथा के दौरान भक्तों को जीवन में अच्छाई और आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित किया गया।
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