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Two day Collector SP Conference for the first time a CM of Chhattisgarh spoke division wise and district wise
रायपुर। राजधानी में दो दिन की कलेक्टर-एस पी कॉन्फ्रेन्स में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद किया। अपनी बात को बहुत बेबाकी और सख्त लहजे में कहकर कड़ा संदेश दिया। सीएम ने बता दिया कि किस जिले में कौन-सा अपराध हो रहा है और किस संभाग का क्या ट्रेंड है। कौन-कौन से मामलों में कार्रवाई नहीं हुई है। सब उनकी जानकारी में है। सीएम तगड़ा होम-वर्क करके पहुंचे थे। मुख्यमंत्री का यह कहना कि पुलिस के हाथ लोहे की तरह और दिल मोम जैसा होना चाहिए। यानी कि अपराधियों के साथ शोले के ठाकुर जैसी सख्ती और आम लोगों की समस्या पर संवेदनशीलता का परिचय देने की अपेक्षा है। सवाल ये है कि भूपेश सरकार में जहां एसपी, सूर्यकांत जैसे माफिया को साष्टांग लेटकर प्रणाम करने के आदी हों , वो इस कॉन्फ्रेन्स के बाद कितना खड़े होने का साहस जुटा पाते हैं ये देखने वाली बात होगी। उन्होंने कहा कि अवैध शराब, जुआ-सट्टा और नशे के कारोबार के लिए एसपी जिम्मेदार होंगे। ये भी साफ तौर पर कहा कि जब ये कॉन्फ्रेन्स खत्म हो तब उसके दो दिन में रिजल्ट दिखना चाहिए।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में शायद ये पहला मौका होगा जब किसी मुख्यमंत्री ने अलग-अलग रेंज की अलग-अलग समीक्षा कर हर जिले का हिसाब-किताब अधिकारियों के सामने रख दिया। श्री साय ने ना सिर्फ हिसाब रखा बल्कि रेंज के अन्दर जिलों में अपराधों के पैटर्न और प्रवृत्ति को भी बता दिया कि किस जिले के अधिकारी को किस तरह के अपराधों पर पैनी निगाह रखकर तत्परता से काम करना होगा। इन सबसे हटकर एक महत्वपूर्ण बात जो पहले कभी इतने सीधे तरीके से नहीं कही किसी मुखिया ने, वो ये कि विकास कार्यों में अवरोध डालने वाले अराजक तत्वों को चिन्हांकित करने और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने की नसीहत।
नशे के कारोबार को रोकने के लिए एंड टू एंड कार्रवाई करने और अवैध शराब की बिक्री पूरी तरह से बंद करने औऱ पुलिस पर अवैध शराब के कारोबार को संरक्षण के आरोप से मुक्त ऱखने की बात कही। सबसे बड़ी बात अवैध कामों के इकोसिस्टम पर प्रहार करने ,भूमाफियाओं पर कार्रवाई करने पर जोर दिया। बिलासपुर रेंज की तारीफ कर और अच्छा काम करने के लिए कहा , राजनांदगांव पुलिस की पीठ थपथपायी , दुर्ग पुलिस रेंज को और मेहनत करने ,रायपुर रेंज को गुणवत्ता में सुधार करने ,नशे के खिलाफ अभियान तेज करने ,सरगुजा रेंज को मानव तस्करी और सीमावर्ती अपराधों को रोकने की नसीहत दी। हत्या के आरोपियों को छह माह तक नहीं पकड़ने के लिए खिंचाई भी की।
श्री साय ने दो दिन की समीक्षा में जिला-स्तर तक पुलिस औऱ प्रशासन की कार्यप्रणाली का आइना दिखाकर सुधार की नसीहतों के साथ कठोर कार्रवाई का स्पष्ट संदेश दिया है। छत्तीसगढ़ शासन के स्लोगन.. विष्णु का सुशासन.....को धरातल तक पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट शब्दों में जाहिर किया। समीक्षा का सीधा मतलब ये है कि जनता परेशान ना हो किसी भी सूरत में, समय ना खराब हो, गुणवत्ता का ध्यान रखें ,संवेदनशीलता और विनम्रता पुलिस-प्रशासन का आभूषण हो , भ्रष्टाचार और गलत काम करने वालों को बख्शा ना जाए। मुख्यमंत्री ने जो टाइम लिमिट दी है और स्वअनुशासन का परिचय देते हुए कठोरता के साथ प्रशंसा का जो पुट दिया है उसका कितना असर फील्ड पर दिखाई देता है ये आने वाले दिनों में पता चल जायेगा।