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Video of Israeli female soldier captured by Hamas released Seeing this the family is in distress PM Netanyahu said will get her released soon
नई दिल्ली। इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने एक 19 वर्षीय इजरायली महिला सैनिक का वीडियो जारी किया है। यह महिला सैनिक बीते लगभग 14 महीने से हमास की बंधक है। उसे 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले में इस्लामी आतंकी उठा ले गए थे। महिला सैनिक को 6 और साथियों के साथ बंधक बनाया गया था। उसके एक साथी की हत्या हो चुकी है जबकि एक को इजरायल ने मुक्त करवा लिया था। महिला सैनिक ने वीडियो में अपनी पीड़ा बताई है और जल्दी अपने को मुक्त करवाने की गुजारिश की है।
इजरायली मीडिया के अनुसार, 14 महीने से हमास की कैद में रहने वाली इस सैनिक का नाम लिरी अलबाग है। वह 19 साल की हैं। वह 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के समय इजरायल-गाजा सीमा पर तैनात थीं। वह एक टोही दस्ते में तैनात थीं। उनकी पोस्ट पर हुए हमले में 15 सैनिक मारे गए थे जबकि लिरी अलबाग को 6 और सैनिकों के साथ इस्लामी आतंकी उठा ले गए थे। लिरी अलबाग का यह वीडियो हमास ने हाल ही में जारी किया है ताकि इजरायली सरकार पर जनता का दबाव बन सके और वह अपनी आतंक रोधी कार्यवाही को रोक दे।
इस वीडियो में लिरी अलबाग कहती हैं, “मैं सिर्फ़ 19 साल की हूँ। अभी मेरे सामने पूरी ज़िंदगी है, लेकिन अब मेरी जिंदगी रुक सी गई है…हम यहाँ एक बहुत ही खराब साल की शुरुआत कर रहे हैं, दुनिया हमें भूलने लगी है। कोई भी हमारी परवाह नहीं करता। हम एक दुखी सपने में जी रहे हैं।” लिरी के वीडियो के बाद उनके माता-पिता ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने कहा है कि इस वीडियो के कहते उनका दिल टूट गया और उन्होंने अपनी बेटी को इस हालत में कभी नहीं देखा। उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री से बातचीत की है। उन्होंने लिरी को संदेश दिया है कि वह उसको मुक्त करवाने के लिए हर प्रयत्न कर रहे हैं। उन्होंने हमास इस वीडियो को प्रकाशित ना करने का अनुरोध किया है। नेतन्याहू ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि जल्द ही उनकी बेटी को छुड़वा लिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इसके लिए सारे प्रयास किए जा रहे हैं और बातचीत चल रही है।
लिरी अलबाग के साथ 4 और साथी भी अभी हमास की कैद में हैं। गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर हमला बोल दिया था। इस हमले में उन्होंने 1200 से अधिक लोगों को मार दिया था जबकि 3000 से अधिक लोगों को घायल कर दिया था। उन्होंने इस हमले में बड़ी संख्या में सैनिकों समेत 251 लोगों को बंधक बना लिया था। इनमें से अब भी 96 हमास की कैद में हैं। इनमें से 34 की मौत भी हो चुकी है, उनके शव भी वापस नहीं किए गए हैं।