Copyright © 2024 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Villagers started returning home after the opening of police camp in Narayanpur After 19 years 35 to 40 tribal families reached their village
नारायणपुर। वर्ष 2003 में नक्सलियों के द्वारा भगाये गए नारायणपुर के गांव गारपा के 35-40 परिवारों की अब वापसी शुरू हो गई है। ऐसा क्षेत्र में पुलिस कैम्प स्थापित होने और क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जाने से मुमकिन हो पाया है। दशकों बाद अपने गांव लौटे आदिवासी ग्रामीणों ने अपने गांव में 20 साल से बंद शिव मंदिर में पूजा अर्चना की।
बता दें कि, कोण्डागांव-नारायणपुर को सोनपुर होते हुए सितरम तक जोड़ने वाली प्राचीन सड़क जो नक्सलवाद के प्रकोप से 30 साल मे बंद पड़ी थी उसे शुरू कर दिया गया। गारपा में पुलिस जनसुविधा एवं सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के बाद से इस सड़क पर बस सुविधाए शुरू हुई है। क्षेत्र के ग्रामीण अब जिला मुख्यालय तक बस सुविधा से निजी एवं अन्य दैनिक काम-काजों से यात्रा कर रहे है इस रोड में यात्री बस एवं निजी गाड़िया भी दौड़ रही है।
ग्राम गारपा में नवीन कैम्प स्थापित होने से सरकार की ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना के अन्तर्गत केन्द्र एवं राज्य सरकार के सभी योजनाओं को प्राथमिकता में आस-पास के पांच गांव तक पहुंचाया जाएगा।