

Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार

Winter brings increased risk: H3N2 virus becomes more powerful, 20% samples in India test positive
नई दिल्ली। देश में कड़ाके की ठंड के बीच इन्फ्लूएंजा ए वायरस का खतरनाक प्रकार H3N2 तेजी से फैल रहा है। हर साल सर्दियों में फैलने वाला यह वायरस इस बार और अधिक शक्तिशाली एवं पहचान में मुश्किल साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वायरस के तेज़ी से फैलने और गंभीर लक्षणों ने चिंता बढ़ा दी है।
वायरस की नई 'शुगरी शील्ड' ने बढ़ाया खतरा
CDC की रिपोर्ट के अनुसार, H3N2 वायरस पहली बार 1968 में पक्षियों से इंसानों में आया था और तब से लगातार म्यूटेट हो रहा है। नई रिसर्च में पता चला है कि आधुनिक H3N2 ने अपनी सतह पर एक शुगरी शील्ड विकसित कर ली है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की पकड़ में नहीं आती। इसी कारण यह कोशिकाओं पर आसानी से हमला कर देता है। नाक और गले की कोशिकाओं में घुसने के बाद वायरस 6–8 घंटे में करीब 10,000 नए वायरस बना सकता है, जिससे संक्रमण बेहद तेज़ी से फैलता है।
ठंड में क्यों बढ़ता है H3N2 का असर?
विशेषज्ञों के अनुसार इसके दो मुख्य कारण हैं,
1. ठंडी और सूखी हवा वायरस को लंबे समय तक जीवित रखती है।
2. ठंड में लोग अधिकतर कम वेंटिलेशन वाले कमरों में रहते हैं, जिससे संक्रमण तेजी से फैलता है।
भारत में तेजी से बढ़ रहे मामले
2025 की टेस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्टूबर से दिसंबर के बीच जांच किए गए सैंपलों में से लगभग 20% H3N2 पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गों में है, जिनमें संक्रमण और गंभीर बीमारी का जोखिम चार गुना तक बढ़ जाता है। WHO के अनुसार, H3N2 की गंभीरता H1N1 वायरस से 1.5 गुना अधिक है और बुजुर्गों में निमोनिया का खतरा 5–10% तक बढ़ जाता है।
वायरस के प्रमुख लक्षण
तेज बुखार (38–40°C)
सूखी खांसी
गला खराब
बदन दर्द
कमजोरी और थकान
यह वायरस छींकने-खांसने से निकलने वाली बूंदों के जरिए 1 मीटर तक फैल सकता है और सतहों पर 48 घंटे तक जीवित रह सकता है।
कैसे बचें संक्रमण से
हर साल फ्लू वैक्सीन लगवाएं।
फ्लू होने पर 5–7 दिन घर में रहें और आराम करें।
पानी खूब पिएं, डॉक्टर की सलाह पर दवा लें।
लक्षण दिखने के 48 घंटे के भीतर इलाज शुरू करने पर गंभीरता 30% तक कम हो सकती है।
हाथ धोना और मास्क पहनना संक्रमण रोकने में मददगार है।
सर्दी के मौसम में H3N2 के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेने की अपील की है।