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bachchee kee maut ke baad ekshan mein prashaasan, chaineej maanjha bech rahe do dukaanadaaron kee dukaan seel
राजधानी रायपुर में चाइनीज मांझे से सात साल की बच्ची की मौत के बाद प्रशासन ने कड़ी सतर्कता दिखानी शुरू कर दी है। नगर निगम के अफसरों ने लगातार दूसरे दिन शहर की पतंग दुकानों और फैंसी स्टोर्स की जांच की। इस दौरान दो पतंग दुकानों से चाइनीज मांझा बरामद हुआ, जिन्हें तुरंत सील कर दिया गया। अब निगम अफसर शहरभर में लगातार जांच करेंगे और चाइनीज मांझा बेचने वाली दुकानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी रायपुर सहित अन्य प्रमुख राज्यों जैसे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और मध्य प्रदेश में चाइनीज मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। इन राज्यों से चाइनीज मांझे की चोरी-छिपे सप्लाई छत्तीसगढ़ में हो रही है, जिसे रोकने के लिए प्रशासन अब और सख्त कदम उठा रहा है।
नगर निगम के उपायुक्त राजस्व डॉ. अंजलि शर्मा के निर्देश पर जोन-4 की टीम ने मंगलवार को शहर के विभिन्न इलाकों में छापे मारे। इस दौरान कई कारोबारी मांझा बेचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अफसरों ने उन्हें चेतावनी दी कि ऐसे खतरनाक उत्पाद बेचने से पहले उन घटनाओं के बारे में सोचें, जिनसे किसी के परिवार के सदस्य की जान जा सकती है। अफसरों ने सभी दुकानदारों को जागरूक करते हुए कहा कि चाइनीज मांझा बेचना अपराध है और किसी भी कीमत पर इसकी बिक्री नहीं होनी चाहिए।
चाइनीज मांझे के खतरे से बचने के लिए प्रशासन अब केवल सख्त कार्रवाई नहीं, बल्कि जागरूकता अभियान भी चला रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग बच्चों को पतंगबाजी करते समय सुरक्षित मांझे का इस्तेमाल करें और चाइनीज मांझे से दूर रहें।
चाइनीज मांझा नायलॉन से बना होता है, जो कांच और लोहे के चूरे से धारदार होता है। यह न केवल इंसानों के लिए, बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी घातक साबित हो रहा है। प्रशासन का कहना है कि इस खतरनाक मांझे के इस्तेमाल को पूरी तरह से रोका जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।