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49,000 crore mega scam: Pearls Agrotech mastermind Gurnam Singh arrested, duped 5 crore people
लखनऊ। निवेशकों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर ₹49,000 करोड़ की ठगी करने वाली पर्ल्स एग्रोटेक कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) नाम की कंपनी के भगोड़े मालिक गुरनाम सिंह को आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने पंजाब के रोपड़ से बीते बुधवार को पकड़ लिया है। गुरनाम सिंह ने देशभर के करोड़ों लोगों को धोखा देकर यह बड़ी धोखाधड़ी की थी।
पीएसीएल ने लोगों को लुभावनी स्कीमों का झांसा दिया। उन्होंने कहा कि उनके पैसे दोगुने हो जाएंगे या उन्हें जमीन के टुकड़े मिलेंगे। कंपनी ने पूरे भारत में अपनी शाखाएं खोल रखी थीं और लगभग 5 करोड़ लोगों को अपना शिकार बनाया, जिनमें पंजाब, असम, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं।
यह जानकर हैरानी होगी कि गुरनाम सिंह को पहले भी साल 2016 में सीबीआई ने दिल्ली में एक ऐसे ही धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। लेकिन, वह जमानत पर बाहर आ गया और रोपड़ में अपने गांव से दूर एक फार्म हाउस में छिपकर रह रहा था।
ईओडब्ल्यू ने गुरनाम सिंह को उत्तर प्रदेश के जालौन में निवेशकों द्वारा दर्ज कराए गए एक मुकदमे के आधार पर गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू की महानिदेशक नीरा रावत ने बताया कि इस मामले की जांच साल 2018 में ईओडब्ल्यू को सौंपी गई थी। अलग-अलग राज्यों में इस ठगी को लेकर कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें से कुछ की जांच सीबीआई भी कर रही है। जालौन वाले मामले में गुरनाम सिंह सहित 10 लोग आरोपी हैं।
पीएसीएल का नाम पहले गुरुवंत एग्रोटेक लिमिटेड था। यह कंपनी 1996 में राजस्थान में रजिस्टर्ड हुई थी। बाद में 2011 में इसका रजिस्ट्रेशन नई दिल्ली में पीएसीएल के नाम से कराया गया। कंपनी का मुख्य दफ्तर दिल्ली के बारह खंभा रोड पर था। गुरनाम सिंह और उसके साथियों ने मिलकर 10 राज्यों में अपनी शाखाएं खोलीं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस कंपनी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की इजाजत के बिना ही लोगों से पैसे जमा कराने और निकालने का बैंकिंग जैसा काम शुरू कर दिया था। उन्होंने निवेशकों को आकर्षक योजनाओं के तहत जमा पूंजी पर दोगुना ब्याज देने और जमीन के टुकड़े देने का लालच देकर उनसे पैसा लगवाया।
ईओडब्ल्यू ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए वी-केयर मल्टीट्रेड प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी द्वारा निवेशकों से लगभग ₹250 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में प्रेम प्रकाश सिंह को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। प्रेम प्रकाश रांची का रहने वाला है और उसे अब लखनऊ लाया जा रहा है।
दिल्ली में रजिस्टर्ड इस कंपनी ने लखनऊ के कृष्णानगर में अपना दफ्तर खोला था। इस कंपनी के मालिकों ने लोगों को यह कहकर अपने जाल में फंसाया कि अगर वे उनके माध्यम से बीमा पॉलिसी लेंगे, तो उन्हें ज्यादा फायदा मिलेगा और यहां तक कि गाड़ी भी मिलेगी। करीब ₹250 करोड़ की पॉलिसी बेचने के बाद कंपनी के मालिक भाग गए थे। लखनऊ के कृष्णानगर और आशियाना थाने में इस मामले में 26 मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिनकी जांच साल 2015 में ईओडब्ल्यू को सौंपी गई थी। जांच में कुल 23 आरोपी पाए गए थे, जिनमें से 19 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है, और एक की मौत हो चुकी है।