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After losing rape case, woman conspired to murder DSP
रायपुर। दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय के पास सुकमा जिले के जगरगुंडा में पदस्थ SDOP (DSP) तोमेश वर्मा पर चाकू से हमला किया गया। इस हमले में उन्हें चेहरे के बाईं ओर गंभीर चोट आई है, लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हमले की ये रही वजह
दिनदहाड़े डीएसपी पर हुए हमले के बाद हर कोई स्तब्ध रह गया था, साथ ही यह सवाल उठ रहे थे कि आखिर उन पर यह जानलेवा हमला क्यों किया गया। पुलिस की जांच में एक बात निकाल कर सामने आ रही है, हमलावर के साथ घटनास्थल से पुलिस ने एक महिला को भी पकड़ा था। यह वही महिला है जिसे कुछ समय पहले एसडीओपी बर्मा पर साल 2024 में दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
महिला का आरोप था कि, साल 2020 में उमेश वर्मा उसके घर आया था, इस दौरान वह घर में रुका भी। 21 अगस्त 2024 के शाम जब उसका पति काम के सिलसिले से बाहर था और इस दौरान उसका बेटा ट्यूशन के लिए घर से बाहर गया हुआ था, तब मौका पाकर वर्मा ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद महिला ने इस पूरी घटना को अपने पति से बताया और पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई।
हालांकि इस मामले में जांच और सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने तोमेश वर्मा को दोष मुक्त कर दिया था। जिसके बाद से ही महिला क्षुब्ध थी। इसके बाद उसने रवि शंकर साहू के साथ मिलकर डीएसपी से बदला लेने की साज़िश रची।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
19 दिसंबर को DSP तोमेश वर्मा सुकमा से दंतेवाड़ा कोर्ट में एक केस के सिलसिले में आए थे। लगभग 80 किलोमीटर का सफर तय कर वे दंतेवाड़ा शहर में पहुंचे। दोपहर करीब 2:30 बजे वे एक बाइक शोरूम के सामने अपनी गाड़ी से उतरे। तभी एक महिला उनके पास आई और बात करने की कोशिश की।
महिला ने कुछ देर बातचीत की, लेकिन अचानक पीछे से उसका साथी रमाशंकर साहू ने हमला कर दिया। उसने बड़े साइज के चाकू से DSP के गले पर वार किया। चाकू से गले पर गहरी चोट आई और खून बहने लगा। DSP गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने तुरंत हमलावर को पकड़कर जमीन पर पटक दिया।
मौके पर मौजूद लोगों ने भी DSP को अकेले लड़ते देखा। उन्होंने तुरंत हमलावर को घेर लिया। उसके हाथ से चाकू छीन लिया और उसे पास के डिवाइडर पर लगे लोहे के पोल से बांध दिया। कुछ ही मिनटों में दंतेवाड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
हमलावर कौन थे?
पुलिस की जांच में सामने आया है कि हमले में शामिल महिला वही है, जिसने करीब एक साल पहले DSP तोमेश वर्मा पर बलात्कार का आरोप लगाया था। महिला पहले से ही शादीशुदा है। उसने दुर्ग जिले के मोहननगर थाने में DSP के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।
उसका साथी रमाशंकर साहू एक रिटायर्ड फौजी है। दोनों ही दुर्ग जिले के मोहननगर के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों ने पहले ही दिन यानी 18 दिसंबर को सुकमा पहुंचकर DSP की रेकी की थी। वे जानते थे कि 19 दिसंबर को DSP कोर्ट के काम से दंतेवाड़ा आएंगे। इसलिए वे 395 किलोमीटर का सफर तय कर सुकमा पहुंचे थे और फिर वहां से 80 किमी और चलकर दंतेवाड़ा में हमला किया।
दंतेवाड़ा पुलिस के अनुसार, यह पूरी साजिश पहले से रची गई थी। दोनों आरोपियों के पास बड़े चाकू थे और वे DSP की हत्या करने के इरादे से आए थे। हमले के बाद दोनों को सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है।
DSP तोमेश वर्मा को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति अब खतरे से बाहर है। गले पर गहरी चोट आई थी, लेकिन समय पर इलाज होने से जान बची।