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CG BREAKING: ED takes major action over deaths of children due to cough syrup, raids 7 locations of Srisan Pharma
MP BREAKING: कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले में ईडी की एंट्री हो गई है। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ (ColdRif) कफ सिरप पीने से 20 से अधिक बच्चों की मौत के बाद मामला गंभीर हो गया है। इन मौतों का कारण किडनी फेल होना बताया गया है। इस सिरप का निर्माण करने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा (Shrisan Pharma) जांच के घेरे में है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए श्रीसन फार्मा के 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापे धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मारे गए हैं। इन ठिकानों में कंपनी के दफ्तरों के अलावा तमिलनाडु औषधि नियंत्रण विभाग (Drug Control Department) के कुछ शीर्ष अधिकारियों के आवास भी शामिल हैं। ईडी को संदेह है कि लाइसेंस जारी करने में भारी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार हुआ है।
श्रीसन फार्मा के 73 वर्षीय मालिक जी. रंगनाथन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में खुलासा हुआ है कि कंपनी लंबे समय से खराब ढांचे और मानकों की अनदेखी करते हुए उत्पादन कर रही थी। इसके बावजूद तमिलनाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन (TNFDA) ने कंपनी को लाइसेंस दिए रखा। माना जा रहा है कि अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब मुमकिन हुआ।
ईडी की इस कार्रवाई का उद्देश्य यह जानना है कि कंपनी ने कैसे और किन तरीकों से लाइसेंस हासिल किया, और क्या इसके लिए अवैध लेन-देन किया गया था। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इस मामले में और लोग तो शामिल नहीं हैं। जांच अब आर्थिक अपराधों की दिशा में भी बढ़ चुकी है।
यह मामला अब सिर्फ एक फार्मा कंपनी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसमें सरकारी अधिकारियों की भूमिका और स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेही भी सवालों के घेरे में है। इस बीच, देश भर में ड्रग क्वालिटी कंट्रोल और लाइसेंसिंग प्रक्रिया की निगरानी को लेकर मांग तेज हो गई है।