Breaking—Charges framed against 8 accused of Balodabazar violence
बलौदाबाजार। बलौदाबाजार के प्रथम सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार वर्मा की कोर्ट में हिंसा के आरोपियों पर आज आरोप तय कर दिए गए हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए उत्तेजक भाषा का इस्तेमाल करने, समाज में वैमनस्य फैलाकर उपस्थित जन समुदाय को भड़काकर आगजनी हत्या के प्रयास और हिंसा करने और करवाने सहित षडयंत्र करने के आरोप लगे थे जिस पर आज कोर्ट ने मुहर लगा दी। अब इन आरोपियों की सजा का निर्धारण होगा। ज्ञात हो कि हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव 7 महीने जेल में रहे थे।
ये सभी अमरगुफा में हुई घटना के बाद बलौदाबाजार में एकत्रित हुए थे और उपस्थित क़रीब 10 हज़ार के जनसमुदाय को भड़का कर कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के साथ हिंसक वारदात को अंजाम दिए थे ।इस घटना में कई ग्रामीणों की मोटरसाइकिल्स और वाहनों को आग के हवाले किया गया था । दो फायर ब्रिगेड्स सहित कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय का बड़ा हिस्सा जलकर ख़ाक हो गया था। यह घटना संभवतः मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पहली घटना थी जिसमें कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में तोड़फोड़ और हिंसा की घटना को अंजाम देने के बाद आग के हवाले किया गया था। साथ ही वहाँ आए लोगों के वाहनों में तोड़फोड़ कर आग लगायी गयी थी। आसपास की दुकानों में भी तोड़फोड़ कर मारपीट की गयी थी। इस मामले में एसपी और कलेक्टर को निलंबित किया था लेकिन बाद में बहाल कर दिया गया था जबकि कांग्रेस के भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव पर भी मामला दर्ज कर जेल भेजा गया था जिनकी क़रीब 8 माह ज़मानत हो गयी थी।
अन्य समाचार
Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media