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CG: CE Bhagat of Water Resources Department got one-sided relief, stir in administration
बिलासपुर। जल संसाधन विभाग के हसदेव बेसिन कार्यालय में हाल ही में हुई उलझन को सरकार के हस्तक्षेप के बाद सुलझा लिया गया है। सरकार ने एकतरफा तौर पर चीफ इंजीनियर जेआर भगत को उनके पद से मुक्त कर दिया है। अब उन्हें चीफ इंजीनियर के पद पर छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) के प्रबंध निदेशक कार्यालय में कार्यभार संभालना है।
तीन महीने पहले सरकार ने जेआर भगत का तबादला आदेश जारी किया था, जिसका विरोध करते हुए उन्होंने कानूनी रास्ता अपनाया था। कोर्ट ने तबादले पर रोक लगा दी थी। इस दौरान सरकार ने एसई अरुण साय को हसदेव कछार का प्रभारी चीफ इंजीनियर नियुक्त किया था। हाल ही में कोर्ट ने रोक आदेश खारिज कर दिया, लेकिन जेआर भगत ने अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर सरकार के निर्देशानुसार अरुण साय ने भी कार्यवाहक मुख्य अभियंता का पदभार संभाल लिया है। इससे दो मुख्य अभियंताओं की मौजूदगी में कार्यालय में अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई है। कर्मचारी और अधिकारी असमंजस में हैं कि किसके आदेश का पालन करें और किसके समक्ष फाइल पेश करें। स्थिति स्पष्ट करने के लिए सरकार की ओर से लिखित आदेश का इंतजार किया जा रहा था, जो अब जारी हो गया है। जेआर भगत को वर्तमान पद से हटाकर नई पोस्टिंग दी गई है।