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CG News: CM Sai expressed grief over Kawardha road accident, gave instructions for better treatment of the injured
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के कुकदूर थाना अंतर्गत आगरपानी गांव के पास शुक्रवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हो गया। एक बोर गाड़ी अनियंत्रित होकर लगभग 60 फीट गहरी खाई में जा गिरी, जिससे ट्रक के परखच्चे उड़ गए। इस दर्दनाक दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह कुछ ग्रामीणों ने खाई में एक ट्रक को देखा और तत्काल कबीरधाम पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे। शुरुआती रेस्क्यू ऑपरेशन में ट्रक के मलबे के पास से चार लोगों के शव मिले। इसके बाद, ट्रक के नीचे दबे छह अन्य लोगों को भी बाहर निकाला गया, जिन्हें गंभीर चोटें आई थीं। इन्हें तुरंत कुकदूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, गंभीर घायलों में से दो और लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे मरने वालों की संख्या पांच हो गई है. पांच अन्य घायलों का इलाज जारी है।

पुलिस के अनुमान के मुताबिक, यह घटना देर रात हुई होगी. शवों की स्थिति को देखकर लगता है कि हादसा रात में हुआ था, जब इस सड़क पर लोगों का आवागमन कम होता है। इसी वजह से दुर्घटना का पता सुबह तक नहीं चल पाया। सुबह जब आसपास के ग्रामीण जंगल की ओर जा रहे थे, तब उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को देखा और पुलिस को सूचना दी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस दर्दनाक सड़क दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों को जल्द से जल्द समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाए।
यह घटना पंडरिया से बजाग मार्ग पर स्थित एक बेहद खतरनाक घाट पर हुई है। लगभग 10 किलोमीटर का यह घाट कई अंधे मोड़ों वाला है, जिसके कारण यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। खासकर बारिश के दिनों में यह रास्ता और भी खतरनाक हो जाता है. बावजूद इसके, लोग लापरवाही से वाहन चलाते हैं और दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। जिस जगह यह हादसा हुआ है, वहां पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की जान जा चुकी है। रास्ता सुनसान होने के कारण अक्सर मदद तुरंत नहीं मिल पाती, और कभी-कभी तो दुर्घटना की सूचना पुलिस को घंटों बाद मिलती है, जिससे कई घायल इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं।