CG sex CD scandal CBI revision petition was heard today Bhupesh Baghel did not reach the court
रायपुर। फर्जी सेक्स CD कांड मामले में सीबीआई द्वारा लगाई गई रिवीजन पिटीशन पर आज सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई। हालांकि, आज सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पेश नहीं हुए। मामले में पिछले दिनों स्पेशल मजिस्ट्रेट द्वारा आरोप हटाने के आदेश के ख़िलाफ़ सीबीआई ने रिवीज़न फ़ाइल की है। आज बचाव पक्ष के वकील उपस्थित हुई थीं। प्रकरण की अब अगली सुनवाई 7 अप्रैल को तय हुई है।
आपको बता दें कि, इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान भूपेश बघेल, विनोद वर्मा और कैलाश मुरारका रायपुर की अदालत में पेश हुए थे। बघेल की तरफ से सीनियर वकील मनीष दत्त ने कोर्ट में दलीलें रखीं। अधिवक्ता मनीष दत्त ने कहा कि, बघेल को झूठे मामले में फंसाया गया है। भूपेश ने कोई सीडी नहीं बनवाई और न ही सीडी बांटी। उन्होंने किसी तरह का अपराध नहीं किया है। पिछली सुनवाई के दौरान CBI की विशेष अदालत ने सभी धाराओं को हटाते हुए कहा था कि, भूपेश बघेल के खिलाफ मुकदमा चलाने का कोई ठोस आधार नहीं है। अदालत के इस फैसले के बाद भूपेश बघेल ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर "सत्यमेव जयते" लिखा था।
सीबीआई ने रायपुर जिला न्यायाधीश की अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए रिवीजन याचिका दाखिल की थी, जिसमें भूपेश बघेल को सीडी कांड में आरोपित बनाने का अनुरोध किया गया है। इस याचिका में सीबीआई ने नए दस्तावेजी साक्ष्य और गवाहों के आधार पर केस में नई जानकारी मिलने का दावा किया है, जिसके चलते इस मामले में फिर से सुनवाई की आवश्यकता जताई गई है।
जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला अक्टूबर 2017 का है। जब छत्तीसगढ़ में एक कथित सेक्स सीडी सामने आई थी, जिसे पूर्व मंत्री राजेश मूणत का बताया गया। रायपुर के सिविल लाइन थाने में इसका मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में बाद में दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया था। कांग्रेस ने इसे तत्कालीन भाजपा सरकार की साजिश बताया था। सितंबर 2018 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने इस कांड में साजिश रची थी। इस गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ और विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराकर भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने।
2018 में CBI ने मामले में चार्जशीट पेश की थी, लेकिन इस पर कोई ठोस सुनवाई नहीं हुई थी। सीबीआई ने रिंकू खनूजा को भी आरोपी बनाया है, जो कि इस कांड की अहम कड़ी थे। रिंकू ने 6 जून 2018 को आत्महत्या कर ली थी। सीबीआई का दावा है कि रिंकू और विजय पांड्या ने सीडी बनवाई थी और इसके लिए वे मुंबई गए थे। सरकारी गवाह लवली खनूजा ने भी CBI को इस मामले में अहम जानकारी दी थी।
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