Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Chhattisgarh News Books to be distributed in school found in trash paper mill and warehouse sealed Congress inquiry committee including five officials formed to investigate the matter
रायपुर। जिले के सिलयारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल के गोदाम में रविवार शाम को भारी मात्रा में सरकारी स्कूली किताबों का जखीरा बरामद किया था। जिन्हें छात्रों को बांटने की बजाए रद्दी में बेच दिया गया था। मामले में बड़े भ्रष्टाचार की आशंका जताए जाने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने आज छग पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध संचालक आईएएस राजेंद्र कटारा की अगुवाई में पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया है।
मामले में बड़े भ्रष्टाचार की आशंका जताए जाने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने पांच सदस्यीय जांच दल समिति का गठन किया है। दरअसल, पूरा मामला सिलयारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल के गोदाम का है। जहां से भारी मात्रा में सरकारी स्कूल के किताबों का जखीरा बरामद किया गया था, वहीं अब इस मामले में बड़े भ्रष्टाचार की आशंका जताए जाने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध संचालक आईएएस राजेंद्र कटारा की अगुवाई में पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया है।
बता दें कि, कबाड़ में मिली किताबों के मामले की जांच के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने जांच कमेटी बनाई है। जिसमें सीनियर अधिकारियों की पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें एक आईएएस अधिकारी, समेत छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम प्रबंध संचालक राजेन्द्र कटारा, अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे, सयुंक्त संचालक राकेश पांडेय, महाप्रबंधक प्रेम प्रकाश शर्मा, रायपुर कलेक्टर को भी शामिल किया गया है। वहीं ये कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी।
वहीं पेपर मिल के गोदाम में कबाड़ में पड़ी किताबों के मामले के उजागर होने के बाद पूर्व विधायक विकास उपाध्याय और उनके समर्थकों ने गोदाम के बाहर धरना दे दिया था। बता दें कि, वे देर रात तक धरने पर डटे रहे। वहीं पूर्व विधायक ने आशंका जताई थी कि, धरना से उठते ही पेपर मिल संचालक इन्हें ठिकाने लगाने में जुट सकता है, जिसको लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि, साक्ष्य छिपाने के लिए लीपापोती की जा सकती है। इसके बाद देर रात तहसीलदार अमले के साथ मौके पर पहुंचे, जहां पेपर मिल और गोदाम को सील कर दिया गया। वहीं अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया हैं। जिसकी अध्यक्षता दीपक बैज कर रहे हैं।