Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Jewelers investment scam : Foreign woman cheated thousands of Indians fled the country
मुंबई। महाराष्ट्र में टोरेस ज्वैलर्स निवेश घोटाले में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। अधिकारियों ने धोखाधड़ी के पीछे के मास्टरमाइंड, दो यूक्रेनी नागरिकों की पहचान की है, जिनमें से एक महिला है। पुलिस ने बताया कि आर्टेम और ओलेना स्टोइन इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए कंपनी के निदेशकों सर्वेश सुर्वे और तौसिफ के साथ मिलकर काम कर रहे थे। ओलेना और आर्टेम के खिलाफ जल्द ही लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि घोटाले का खुलासा होने के बाद वे देश छोड़कर भाग गए थे।
नरीमन पॉइंट में रहने वाले प्रदीप कुमार ममराज नामक सब्जी विक्रेता ने पुलिस को धोखाधड़ी की घटना की सूचना दी। अधिकारियों को संबंधित कंपनी के खिलाफ 1,535 शिकायतें मिली हैं। कथित तौर पर, कंपनी ने मोइसैनाइट पत्थरों में निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करके निवेशकों को आकर्षित किया, जिसमें 6% का साप्ताहिक रिटर्न देने की पेशकश की गई। शुरुआत में, कंपनी ने समय पर भुगतान करके अपने निवेशकों का विश्वास हासिल किया, लेकिन 30 दिसंबर, 2024 तक सभी भुगतान बंद हो गए।
11 जनवरी को महाराष्ट्र पुलिस ने टोरेस निवेश घोटाले से संबंधित एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मुंबई के दादर में स्थित टोरेस ज्वेलरी स्टोर और शहर के एक अपार्टमेंट से 50 करोड़ रुपए जब्त किए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, टोरेस निवेश घोटाला 220 करोड़ रुपए का हो सकता है। बताया गया कि गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की, जिसमें 50 करोड़ रुपए जब्त किए गए।
बता दें कि, टोरेस कंपनी कथित तौर पर निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करके लोगों को धोखा दे रही थी। इस योजना को अंजाम देने में दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। प्राप्त शिकायतों के आधार पर पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है, आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर रही है।