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Chief Justice B.R. Gavai said: “I am secular, respect all religions and follow Buddhism
B.R. GAVAI: भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने अपने विदाई समारोह में कहा कि वे धर्मनिरपेक्ष हैं और सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे बौद्ध धर्म का पालन करते हैं, लेकिन उनके लिए धर्मनिरपेक्षता सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उनके अनुसार, हर धर्म का सम्मान करना और सभी के प्रति सहिष्णु होना उनकी सोच का हिस्सा है।
धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण की नींव
सीजेआई गवई ने बताया कि उनके धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण की नींव उनके पिता से ही मिली, जो स्वयं धर्मनिरपेक्ष और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के गहरे अनुयायी थे। बचपन में उनके पिता उन्हें अक्सर विभिन्न धार्मिक स्थलों पर ले जाते थे - जैसे दरगाह, गुरुद्वारा, मंदिर - ताकि वे सभी धर्मों का अनुभव और सम्मान सीख सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके करियर में सबसे बड़ी भूमिका संविधान और डॉ. अम्बेडकर के सिद्धांतों की रही है। न्यायपालिका में काम करते हुए उन्होंने हमेशा यह माना कि सुप्रीम कोर्ट केवल मुख्य न्यायाधीश का केंद्र नहीं है, बल्कि यह जजों, वकीलों और स्टाफ की साझेदारी का संस्थान है।
सीजेआई गवई ने अपने जीवन और करियर की शुरुआत एक म्युनिसिपल स्कूल से की थी। उन्होंने संविधान के चार मूल स्तंभ - न्याय, आज़ादी, समानता और सौहार्द - को अपने मार्गदर्शक बताया और कहा कि यही उनके फैसलों और दृष्टिकोण का आधार रहे हैं।