Conspiracy to implicate Minister Lakhanlal Dewangan in Korba: BJP busy in finding truth after viral audio
कोरबा: प्रदेश के उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन को फंसाने के आरोप में एक नया विवाद गहराता जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप्स में मंत्री लखनलाल देवांगन के खिलाफ कथित रूप से साजिश रचने की बातें की जा रही हैं। यह ऑडियो क्लिप्स बद्री अग्रवाल और हितानंद अग्रवाल के बीच बातचीत के रूप में सामने आई हैं, जिनका कनेक्शन सभापति के प्रत्याशी हितानंद से जोड़ा जा रहा है।
ऑडियो क्लिप्स में दावा किया जा रहा है कि बद्री अग्रवाल एक व्यक्ति को निर्देश दे रहे हैं कि वह जांच दल के सामने बयान देने के दौरान मोबाइल फोन चालू रखें और मंत्री लखनलाल देवांगन तथा विकास के खिलाफ बयान देने के बदले में उसे 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, एक और ऑडियो क्लिप में हितानंद अग्रवाल एक व्यक्ति से बात कर रहे हैं, जिसमें यह कहा जा रहा है कि मंत्री ने पार्षदों को क्रॉस वोटिंग करने के लिए नहीं कहा था, लेकिन कुछ पार्षदों को डर है और उनमें से एक बोलने के लिए तैयार है।
इन वायरल ऑडियो के बाद राजनैतिक माहौल में हलचल मच गई है। इस मामले को लेकर जांच दल का गठन किया गया है। गौरीशंकर अग्रवाल की अध्यक्षता में बनाए गए इस जांच दल कोरबा पहुंचकर इन ऑडियो के सच का पता लगाएंगे। जांच दल के सामने यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या मंत्री लखनलाल देवांगन को कांग्रेस के साथ मिलकर किसी बड़ी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री लखनलाल देवांगन को फंसाने की साजिश को लेकर एक सरकारी एजेंसी की जांच में यह बात सामने आई है कि कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेताओं ने मिलकर मंत्री के खिलाफ एक योजना बनाई थी। कोरबा में 20 साल बाद कांग्रेस का किला टूटने की स्थिति बन रही थी, और इसी कारण विरोधी दलों ने साजिश रचने की कोशिश की। इस दौरान, सभापति पद के प्रत्याशी हितानंद को पहले ही इस बात का पता चल गया था कि चुनाव की घोषणा से पहले उनका नाम घोषित होने वाला था, और उन्होंने देर शाम तक रायपुर में डीजे बुलाने की योजना बनाई थी।
हितानंद अग्रवाल के समर्थकों के अनुसार, यह साजिश मंत्री को फंसाने के लिए रची गई थी, जबकि मंत्री लखनलाल देवांगन का दावा है कि यह सब एक साजिश है और इस संबंध में उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है।
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