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Differences within NDA on the slogan of 400 Paar After Eknath Shinde and JDU leader said it caused damage
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी माथा पच्ची की जा रही है। सहियोगी दलों की मदद से जैसे तैसे पीएम पद की शपथ पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार ले ली। लेकिन अब इसी बीच एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था 'अबकी बार 400 पार' के नारे से एनडीए को नुकसान पहुंचा है। आरक्षण हटाने की बात को लेकर भी सीएम शिंदे ने नुकसान होने की बात कही है।
सीएम शिंदे ने आगे कहा कि, विपक्ष ने जनता के बीच एक झूठा प्रचार कर दिया कि अगर एनडीए 400 से ज्यादा सीटें जीत जाती है तो संविधान में बदलाव किया जाएगा। जनता ने बीच यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया। कुछ लोगों के मन में यह बात बैठ गई और खामियाजा महाराष्ट्र में महायुति दल को उठाना पड़ा।
एकनाथ शिंदे के इसी बात जेडीयू नेता केसी त्यागी ने दोहराई है। उन्होंने कहा कि 'चार सौ पार' वाले नारे को लेकर विपक्ष ने झूठा प्रचार किया कि अगर एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिल जाएगी तो संविधान में बदलाव किया जाएगा। इससे पहले केसी त्यागी ये बात बोल चुके हैं कि अग्निवीर योजना की वजह से लोगों में आक्रोश है।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में भाजपा के खाते में सिर्फ 9 सीटें मिली। एनसीपी शरद पवार गुट ने 8 सीटें जीती। कांग्रेस को 13 सीटें मिली। वहीं शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट को 7 सीटें मिली। एनसीपी (अजित पवार) गुट को एक सीटें मिली। शिवसेना (उद्धव गुट) ने 9 सीटें जीती।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को महज 240 सीटें मिली है। मोदी सरकार को टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू नाम की बैसाखी के सहारे सरकार चलानी पड़ रही है।