Dismissed B.Ed. Teachers protest, clash with police
रायपुर। रविवार को बर्खास्त बी.एड. सहायक शिक्षकों ने समायोजन और बहाली की मांग को लेकर नया रायपुर धरना स्थल से मंत्रालय तक रैली निकाली। इस रैली का आयोजन अनुसूचित जाति शासकीय सेवक विकास संघ (अ.ज.शा.से. विकास संघ) के बैनर तले किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक और संघ के सदस्य शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों की रैली जैसे ही मंत्रालय की ओर बढ़ी, पुलिस ने बीच रास्ते में बेरिकेट्स लगाकर इसे रोक लिया। इस कदम से प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अपने मुद्दों को लेकर अडिग रहे। आखिरकार, रैली को वापस धरना स्थल की ओर मोड़ना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, उनका आंदोलन जारी रहेगा। उनका प्रमुख आक्रोश बर्खास्तगी और समायोजन की प्रक्रिया में देरी को लेकर था। बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों ने सरकार से शीघ्र उनकी बहाली और समायोजन की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
अ.ज.शा.से. विकास संघ के प्रांताध्यक्ष आर.एन. ध्रुव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संघ हमेशा से आदिवासियों और अन्य समुदायों के अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध रहा है। उन्होंने विशेष रूप से अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए पदोन्नति में आरक्षण और छात्रवृत्ति की मांग भी की। ध्रुव ने कहा, “हम मानते हैं कि बर्खास्त बी.एड. प्रशिक्षित शिक्षकों का कोई दोष नहीं है और संघ उनकी मांगों का पूरा समर्थन करता है।”
इसके बाद, प्रदर्शनकारियों ने अभनपुर तहसलीदार को ज्ञापन सौंपा, लेकिन उनकी यात्रा मंत्रालय तक नहीं पहुंच सकी। पुलिस प्रशासन ने शांति बनाए रखने के प्रयास में प्रदर्शनकारियों से धरना स्थल पर लौटने की अपील की।
वर्तमान में, प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, और शिक्षक संघ ने अपनी आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया है।
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