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First session of the new assembly: Chhattisgarh Assembly heated up over Vision Document 2047
रायपुर। नवा रायपुर स्थित नए विधानसभा भवन में रविवार को पहले सत्र का शुभारंभ हुआ। करीब 25 साल बाद बने इस आधुनिक भवन में सत्र की शुरुआत Vision Document 2047 पर चर्चा से की गई। इसे विकसित छत्तीसगढ़ की दिशा में एक दीर्घकालिक रोडमैप बताया गया।
वित्त मंत्री ने पेश किया विजन डॉक्यूमेंट
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह दस्तावेज़ समाज के हर वर्ग से मिले लगभग एक लाख सुझावों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और 2047 तक इसके 64 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इसी सोच के साथ छत्तीसगढ़ के लिए भी विकास का विजन तैयार किया गया है, जिसका लक्ष्य गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी कम करना है।
विपक्ष ने उठाए गंभीर सवाल
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने Vision Document 2047 पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस है, लेकिन उद्योग नीति में छत्तीसगढ़ की पहचान नजर नहीं आती। खेती का रकबा घटने, सिंचाई क्षमता कम होने और पशुपालन, मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों की अनदेखी का मुद्दा भी उन्होंने उठाया। साथ ही रोजगार की स्पष्ट परिभाषा और “मेक इन छत्तीसगढ़” पर ठोस योजना की कमी की बात कही।
सदन में हल्का-फुल्का पल
चर्चा के दौरान अचानक बिल्ली की म्याऊं-म्याऊं की आवाज गूंजने लगी। आवाज सुनकर वित्त मंत्री समेत कई विधायक हंस पड़े। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने बिल्ली को बाहर निकाला।
मुख्यमंत्री साय का संदेश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि Vision Document 2047 विकसित छत्तीसगढ़ का रोडमैप है। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप प्रदेश भी तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।