

Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
.jpg&w=3840&q=75)
Gold and silver prices break all records in 2025, questions raised in Parliament
BREAKING NEWS: 2025 में सोने और चांदी के भाव में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 10 ग्राम के हिसाब से लगभग ₹1.37 लाख तक पहुँच गई, जबकि चांदी पहली बार ₹2 लाख प्रति किलोग्राम के पार चली गई। इस साल सोने की कीमत लगभग 63% बढ़ी है, वहीं चांदी की कीमत में 118% का इजाफा देखा गया। इस तेजी ने स्टॉक मार्केट से भी बेहतर रिटर्न दिया है।
विशेषज्ञों के अनुसार इस उछाल के पीछे कई वैश्विक कारण हैं। भू-राजनीतिक तनाव और अनिश्चितता के चलते निवेशक सुरक्षित “सेफ-हेवन” की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे सोना और चांदी की मांग बढ़ी है। इसके अलावा, सेंट्रल बैंकों द्वारा गोल्ड की जमाखोरी और वैश्विक आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंता भी इस तेजी में योगदान दे रही है। घरेलू कीमतें अंतरराष्ट्रीय भाव, डॉलर-रुपया रेट और टैक्स जैसे कारकों से भी प्रभावित होती हैं।
इस तेजी को लेकर संसद में भी सवाल उठे। DMK सांसद थिरु अरुण नेहरू और सुधा आर ने लोकसभा में त्योहारों और शादियों के सीज़न में आम लोगों का बोझ कम करने के लिए ड्यूटी कटौती, टैक्स बदलाव या रिटेल प्राइस कंट्रोल जैसे उपायों पर सवाल उठाए। सरकार ने जवाब दिया कि घरेलू कीमतें मार्केट-ड्रिवन हैं और हाल की तेजी मुख्य रूप से भू-राजनीतिक तनाव, सुरक्षित निवेश की मांग और केंद्रीय बैंकों की खरीद के कारण आई है।
सरकार ने यह भी बताया कि उन्होंने सोने की मांग को मैनेज करने के लिए Gold Monetisation Scheme, Sovereign Gold Bonds और Gold ETFs को बढ़ावा दिया है। RBI ने अपने गोल्ड रिज़र्व को बढ़ाकर रुपये की स्थिरता बनाए रखने का प्रयास किया है। हालांकि, वर्तमान में रिटेल प्राइस कंट्रोल का कोई ऐलान नहीं हुआ है, इसलिए आम लोगों के लिए सोना और चांदी खरीदना महंगा हो गया है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेश के रूप में यह अभी भी लाभदायक माना जाता है।