Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Holi is not celebrated in these places of the country, know the reason
नई दिल्ली। देश में होली का पवित्र त्यौहार बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता हैं। इस दिन हिन्दू धर्म के लोग आपस में रंगों की होली खेलते हैं। इस त्योहार की खास बात ये है कि लोग अपने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, देश के कई हिस्सों में होली का त्यौहार नहीं मनाया जाता हैं। वहां के लोग होली नहीं खेलते हैं। ये सुनकर आपको थोड़ा अजीब तो लगा होगा। लेकिन यह सच हैं। देश के कई हिस्सों में लोग होली नहीं मनाते है। यहां होली वाले दिन गुलाल ढूंढना मुश्किल हो जाएगा।
रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के तीन गांव क्विली, कुरझन और जौदला में भी होली का त्योहार नहीं मनाया जाता हैं। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां की देवी त्रिपुर सुंदरी को शोर-शराबा पसंद नहीं हैं। इसलिए वह होली का त्यौहार नहीं मनाते है।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में भी होली देखने को नहीं मिलती हैं। यहां के लोग होली पर मासी मागम का त्योहार मनाते हैं। दरअसल, ये एक स्थानीय पर्व है। ऐसे में होली का जश्न फीका ही लगता है।
दुर्गापुर (झारखंड)
झारखंड के दुर्गापुर गांव में भी होली का त्यौहार नहीं मनाया जाता हैं। मान्यता है कि इस दिन राजा के बेटे की मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही होली मनाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। लेकिन गांव के लोग पड़ोस के गांव में होली का त्योहार मनाने के लिए जाते हैं।
बनासकांठा
गुजरात के बनासकांठा जिले के रामसनगांव के लोग होली नहीं मनाते हैं। कहा जाता है कि, इस गांव को कुछ संतों का श्राप मिला हुआ है। इसकी वजह से ही यहां के लोग होली का जश्न नहीं मनाते हैं।