Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Huge ruckus in Ghaziabad court Police lathicharge lawyers The judge was evacuated safely
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला कोर्ट में मंगलवार को एक जमानत की सुनवाई के दौरान भारी बवाल हो गया। यहां वकीलों और पुलिस के बीच झड़प के बाद तनाव इतना बढ़ गया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस खराब स्थिति में पुलिस ने जज को जैसे तैसे सुरक्षा सुनिश्चित बाहर निकाला।
जमानत की सुनवाई की शुरुआत में शुरू हुआ मामला जल्द ही नियंत्रण से बाहर हो गया, जब बचाव पक्ष के वकीलों और पीठासीन जज के बीच मतभेद शुरू हो गए। अधिवक्ता नाहर सिंह यादव के नेतृत्व में वकीलों ने कानूनी प्रक्रियाओं को लेकर जज से टकराव किया, जिससे माहौल और गर्म हो गया। कुछ ही पलों में मौखिक बहस पूरी तरह से हंगामे में बदल गई, जिसके बाद पुलिस को तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा।
तनाव बढ़ने पर जिला जज ने पुलिस से मदद मांगी। प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) समेत कई टुकड़ियां कोर्ट परिसर में पहुंच गईं। भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस कदम से कई वकील घायल हो गए, जिन्होंने पुलिस पर अत्यधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया। अचानक हुई इस घटना से कानूनी समुदाय नाराज हो गया, जिसके कारण अदालत के अंदर और बाहर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए।
पुलिस की कार्रवाई से नाराज वकीलों के एक बड़े समूह ने अदालत के ठीक बाहर धरना दिया, प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर दिया और जवाबदेही की मांग की। उन्होंने कथित हमले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारी वकीलों ने पुलिस को बुलाने के लिए न्यायपालिका की भी आलोचना की, उनका दावा था कि इससे कानूनी पेशे की पवित्रता कमज़ोर होती है। पुलिस और न्यायिक प्रशासन दोनों के खिलाफ नारे लगाने के साथ प्रदर्शन और तेज़ हो गया।