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If Sambhal's truth comes out, you will be exposed - Yogi Adityanath
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में आयोजित 'मंधनः कुंभ एंड बियांड' विचार संगम कार्यक्रम में अपने भगवा वस्त्र पर गर्व जताते हुए कहा कि यह उनकी पहचान है और एक दिन पूरी दुनिया इसे पहनेगी। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में अपने विचार साझा करते हुए विपक्ष पर भी जोरदार हमला किया।
उन्होंने संभल को लेकर विपक्ष द्वारा किए गए बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग भारत को खा रहे हैं, उन्हें अपने डीएनए की जांच करनी चाहिए। योगी ने विदेशी आक्रांताओं के महिमा मंडन की आलोचना करते हुए कहा कि अगर ऐसा जारी रहा तो ऐसे सच सामने आएंगे, जिनसे उन्हें मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री ने संभल के ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि यह स्थान 5000 साल पुराने पुराणों में वर्णित है, और इस्लाम के उदय से पहले ही इसका जिक्र हुआ है। उन्होंने बताया कि 1526 में मीर बाकी ने संभल में श्री हरि विष्णु के मंदिर को तोड़ा था। मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि इस स्थान में पहले 68 तीर्थ स्थल थे, जिनमें से अब 18 ही रह गए हैं, जबकि 19 कूपों का उत्खनन किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जाति के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास पुराणों में पूरी जानकारी है, और अगर विपक्ष को शास्त्रार्थ करना है, तो पहले उन्हें पुराणों का अध्ययन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने काशी, अयोध्या के बाद मथुरा-वृंदावन के कायाकल्प का कार्य शुरू होने की बात भी कही। उन्होंने पूर्व सरकारों पर माफिया के कब्जे के आरोप लगाए और कहा कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के पौराणिक स्थलों को माफिया मुक्त कर उन्हें पुनर्जीवित किया गया है।
योगी ने अपने संबोधन में औरंगजेब का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग उसे पसंद करते हैं, वे अपने बच्चों का नाम औरंगजेब रख सकते हैं और उसके अत्याचार को सहन करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने पूर्व सरकारों के समय हुए कुंभ की अव्यवस्थाओं का भी उल्लेख करते हुए कहा कि 1954 में हजारों मौतें हुईं, 2007 में प्राकृतिक आपदा ने भारी नुकसान पहुंचाया और 2013 में मारीशस के प्रधानमंत्री ने संगम की गंदगी देखकर आंसू बहाए थे।
मुख्यमंत्री ने अंत में यह भी कहा कि वह हर पंथ और संप्रदाय का सम्मान करते हैं, लेकिन जबरन किसी की आस्था को दबाना स्वीकार नहीं किया जा सकता।