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Indian-origin Zohran Mamdani becomes the new mayor of New York; in his victory speech, he cited Nehru's words as inspiration
BREAKING NEWS: न्यूयॉर्क शहर के मेयर के चुनाव में भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी (Zohran Mamdani) ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। वे न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम, पहले दक्षिण एशियाई मूल के और अब तक के सबसे युवा मेयर बनने जा रहे हैं। इस चुनाव को अमेरिका में प्रगतिशील राजनीति की बड़ी जीत माना जा रहा है, क्योंकि ममदानी लंबे समय से समाजवादी विचारधारा के समर्थक रहे हैं और उन्होंने श्रमिक वर्ग, प्रवासियों और आम नागरिकों के अधिकारों के लिए लगातार आवाज़ उठाई है।
नेहरू के शब्दों का जिक्र - Tryst With Destiny
अपनी जीत के बाद दिए गए भाषण में ज़ोहरान ममदानी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के 14 अगस्त 1947 को दिए गए ऐतिहासिक भाषण “Tryst With Destiny” का जिक्र किया। उन्होंने नेहरू के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा, “इतिहास में ऐसा क्षण बहुत कम आता है जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं। जब एक युग का अंत होता है और एक राष्ट्र की आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।” उनके इस कथन ने सोशल मीडिया पर काफी ध्यान खींचा और भारतीय समुदाय के बीच गर्व का विषय बन गया।
ममदानी ने इस भाषण के ज़रिए यह संदेश दिया कि उनकी जीत केवल एक राजनीतिक उपलब्धि नहीं बल्कि एक व्यापक सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि वर्षों से न्यूयॉर्क के कामकाजी तबकों और प्रवासी समुदायों को बताया गया कि सत्ता उनके हाथों में नहीं हो सकती, लेकिन इस चुनाव ने उस सोच को बदल दिया है। उन्होंने वादा किया कि उनका प्रशासन गरीबों, प्रवासियों, कामगारों और युवाओं के लिए काम करेगा और शहर में समानता व न्याय की नई दिशा तय करेगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना
अपने भाषण में ममदानी ने अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह जीत उन ताकतों पर विजय है जो नफरत और विभाजन की राजनीति फैलाती हैं। उन्होंने कहा कि यह एक नया युग है जहाँ सत्ता जनता के हाथों में वापस आ रही है।
भारत ने 1947 में उपनिवेशवाद से निकलकर एक नए युग
नेहरू के “Tryst With Destiny” भाषण को उद्धृत करने के पीछे उनका मकसद यह दिखाना था कि जैसे भारत ने 1947 में उपनिवेशवाद से निकलकर एक नए युग में कदम रखा था, वैसे ही न्यूयॉर्क भी अब पुरानी राजनीति और असमानता की जकड़न से निकलकर एक नई सामाजिक-राजनीतिक सोच की ओर बढ़ रहा है।