Mahakumbh 2025: Last day of Mahakumbh, dip of faith on Mahashivratri, echo of 'Har Har Mahadev' at the confluence
प्रयागराज। आज देशभर में महाशिवरात्रि मनाई जा रही है। महाशिवरात्रि के साथ ही आज भव्य कुंभ मेले का भी समापन हो जाएगा, जिसमें अंतिम अमृत स्नान होगा। 13 जनवरी से शुरू हुए इस कुंभ के 45वें और आखिरी दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। सुबह से ही स्नान की रस्में शुरू हो गईं और लोग आस्था और भक्ति में डूब गए। इस दौरान पूरा मेला परिसर 'हर हर महादेव' और 'हर हर गंगे' के जयकारों से गूंज उठा।
महाशिवरात्रि को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने पहले से ही व्यापक तैयारियां कर ली हैं। शहर को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। बीते मंगलवार शाम 4 बजे से ही मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इन वाहनों को प्रशासन द्वारा निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। भीड़ को देखते हुए यातायात प्रबंधन योजना तैयार की गई है, जिसमें प्रयागराज की ओर जाने वाले वाहनों को संगम पहुंचने से 10 किलोमीटर पहले ही रोक दिया जाएगा। शहर नो-व्हीकल जोन बना हुआ है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक होती है कि भीड़ में केवल उनके सिर ही दिखाई देते हैं। साथ ही, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।
महाकुंभ के दौरान अब तक 64 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। इस पवित्र तीर्थस्थल पर कई बड़ी हस्तियाँ शामिल हुई हैं। इस पवित्र संगम में डुबकी लगाने वालों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, बिहार के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ उनके मंत्रिमंडल के लोग शामिल हैं। इसके अलावा, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के साथ-साथ उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, मंत्रिमंडल के सदस्य और कई विधायकों समेत 73 देशों के प्रतिनिधिमंडल भी इस आध्यात्मिक आयोजन में शामिल हुए हैं।
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