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CG News: Naxalite havoc in Pamed, 5 murders in 5 days, 2 including a dedicated Naxalite brutally murdered by slitting their throats
बीजापुर। बस्तर में नक्सलियों की दहशत एक बार फिर सिर चढ़कर बोल रही है। बीते एक हफ्ते में नक्सलियों ने अपनी क्रूरता का परिचय देते हुए दो निर्दोष ग्रामीणों की अलग-अलग स्थानों पर बेरहमी से हत्या कर दी। वारदातें पामेड़ थाना क्षेत्र के सेंड्राबोर और अमपुर गांव में अंजाम दी गईं। पुलिस ने मौके से दोनों ग्रामीणों के शव बरामद कर लिए हैं, जिन्हें पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। लगातार हो रही इन घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल गहराता जा रहा है।
हाल ही में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी, जिनमें से एक पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली था और दूसरा एक आम ग्रामीण। चौंकाने वाली बात यह है कि महज पांच दिन पहले ही इसी इलाके में नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों को रस्सी से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया था, जिनमें एक स्कूली छात्र भी शामिल था। सुरक्षा बलों की बढ़ती कार्रवाई और कमजोर पड़ते जनाधार के बीच नक्सली अब निर्दोष आदिवासियों को निशाना बनाकर अपनी खोती पकड़ और दहशत बनाए रखने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। इन लगातार हो रही वारदातों से क्षेत्र में फिर से डर और असुरक्षा का माहौल पनप गया है।
शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात पामेड़ थाना क्षेत्र के सेंड्राबोर और अमपुर गांव में नक्सलियों की अलग-अलग टीमों ने दो लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। सेंड्राबोर में नक्सलियों ने आत्मसमर्पित नक्सली समैया सुनम को उसके घर से उठाया और धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। वहीं, अमपुर गांव में ग्रामीण वेक्को देवा उर्फ लखमा को भी इसी तरह निशाना बनाकर मार डाला गया। दोनों के शवों को उनके घरों के पास फेंक कर नक्सली फरार हो गए।
बीते रविवार सुबह जब इलाके में सनसनी फैल गई, तो पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बरामद कर जांच शुरू की। बताया जा रहा है कि इन हत्याओं को पामेड़ एरिया कमेटी की स्मॉल एक्शन टीमों ने अंजाम दिया है, जो इन दिनों इलाके में काफी सक्रिय हैं।
गौरतलब है कि, इससे पहले 17 जून को भी पेद्दाकोरमा गांव में नक्सलियों ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें आत्मसमर्पित नक्सली दिनेश मोड़ियम के दो रिश्तेदार और एक 13 वर्षीय स्कूली छात्र शामिल था। घटनाओं की यह श्रृंखला साफ इशारा कर रही है कि आत्मसमर्पित नक्सली अब सीधे नक्सलियों के टारगेट पर हैं। बीजापुर जिले में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से स्थानीय लोगों में डर और दहशत का माहौल गहराता जा रहा है, जबकि सुरक्षा एजेंसियों के सामने चुनौती और बढ़ गई है।
बीजापुर जिले में नक्सलियों ने अपने कमजोर होते संगठन की पकड़ को बनाए रखने के लिए अब निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। खासकर आत्मसमर्पित नक्सलियों पर उनका सीधा प्रहार देखने को मिल रहा है। 17 जून को पुनर्वास केंद्र में रह रहे पूर्व नक्सली दिनेश मोडियम तक जब नक्सली नहीं पहुंच पाए, तो उन्होंने अपनी बौखलाहट में पेद्दाकोरमा गांव में उसके दो रिश्तेदारों की हत्या कर दी। नक्सलियों ने उन्हें पुलिस का मुखबिर बताते हुए बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया, जिससे इलाके में दहशत का माहौल और गहरा गया है।
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने नक्सलियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उनका संगठन अब तेजी से कमजोर हो रहा है और उनके पास समय बेहद सीमित बचा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर नक्सली अब भी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में नहीं लौटे, तो उन्हें इसके गंभीर और भयावह परिणाम भुगतने होंगे। सुंदरराज पी. ने चेतावनी देते हुए कहा कि, फिलहाल नक्सलियों के पास अपनी जान बचाने का एकमात्र रास्ता आत्मसमर्पण ही है।