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anti cipatory bail application of 9 convicts including Devendra Yadav to be decided today in Coal scam case
रायपुर। बहुचर्चित कोयला घोटाला मामले में शनिवार को भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक चंद्रदेव राय समेत नौ आरोपितों की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला आ सकता हैं। रायपुर की विशेष अदालत के न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत मामले में अपना फैसला सुना सकते हैं। गौरतलब है कि, आरोपितों के कोर्ट में पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया जा सकता है।
बता दें कि, इस मामले में ईडी की गिरफ्त में आए राज्य के दो निलंबित IAS और कई कारोबारी पहले से ही जेल की हवा खा रहे हैं। बता दें कि कोयला घोटाला मामले में सभी नौ लोगों के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा हैं। जिसके खिलाफ सभी ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की हैं।
कौन-कौन है आरोपित
ईडी ने निलंबित आइएएस रानू साहू और समीर विश्नोई के अतिरिक्त निखिल चंद्रकार, विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व के विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस नेता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नारायण साहू और मनीष उपाध्याय को आरोपित बनाया है।
क्या है कोल स्कैम
ED ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 540 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया। इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी EDके जांच के दायरे में है। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है।
540 करोड़ का कोल स्कैम
ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है। कोल परिवहन में प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। इसमें IAS समीर विश्नोई, रानू साहू, खनिज अधिकारी शिव शंकर नाग, संदीप नायक, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, निखिल चंद्राकार, दीपेश टांक और राजेश चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। सभी जेल में है।