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18 year old chess star D Gukesh created history became the youngest world champion
नई दिल्ली। भारत के शतरंज सितारे डी गुकेश ने 12 दिसंबर को शतरंज की दुनिया में इतिहास रचते हुए 18 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को रोमांचक फाइनल में हराकर यह उपलब्धि हासिल की। गुकेश ने अंतिम और निर्णायक 14वीं बाजी में डिंग लिरेन को 7.5-6.5 के अंतर से मात दी, और इस जीत के साथ वह विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज के वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय बने।
कांटे की टक्कर में जीते गुकेश
गुकेश और डिंग लिरेन के बीच फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने 13 राउंड में से 2-2 मैच जीते और 9 मुकाबले ड्रॉ हुए। दोनों के पास कुल 6.5 प्वाइंट्स थे, और निर्णायक राउंड में गुकेश ने अपनी रणनीति से चीन के ग्रैंडमास्टर को शिकस्त दी। यह मुकाबला इतना करीबी था कि टाइब्रेकर तक नहीं पहुंचा, और गुकेश ने शानदार तरीके से मुकाबला समाप्त किया।
वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद गुकेश काफी भावुक नजर आए। उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे, जो उनके अथक परिश्रम और समर्पण का प्रतीक थे। उन्होंने अपनी इस जीत का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत और कोचों को दिया। वहीं, डिंग लिरेन हार के बाद निराश दिखाई दिए, लेकिन उन्होंने गुकेश को जीत की बधाई भी दी।
डी गुकेश का यह सफर असाधारण रहा है। वह शतरंज में अपनी रणनीतियों और चालों के लिए प्रसिद्ध हैं, और उनकी वर्ल्ड चैंपियन बनने की यात्रा ने उन्हें वैश्विक शतरंज परिदृश्य में एक नई पहचान दी है। 18 साल की उम्र में यह खिताब जीतकर गुकेश ने ना केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में शतरंज के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को साबित किया है।
इस जीत के साथ गुकेश शतरंज के इतिहास में सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
The emotional moment that 18-year-old Gukesh Dommaraju became the 18th world chess champion 🥲🏆