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Bhopal gangrape-blackmailing case: Abrar caught from Itarsi hotel after 65 days of absconding
भोपाल: राजधानी भोपाल के बहुचर्चित छात्रा गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग कांड में लंबे समय से फरार चल रहे छठवें आरोपी अबरार को पुलिस ने इटारसी के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी एफआईआर दर्ज होने के 65 दिन बाद हुई है। आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए पश्चिम बंगाल, बिहार होते हुए मुंबई भागने की फिराक में था।
गिरफ्तारी से पहले अबरार ने बदले कई ठिकाने
जहांगीराबाद थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय के अनुसार, अबरार लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था और मोबाइल फोन का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया था। वह इस दौरान अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घरों में छिपकर रहा, जिससे पुलिस को उसका पता लगाने में समय लगा। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में कॉलेज की पढ़ाई कर रहे अबरार ने केस की भनक लगते ही कॉलेज छोड़ दिया और फरार हो गया था।
पुलिस ने की दो राज्यों में 15 दिन तक तलाश
भोपाल पुलिस की टीम ने पश्चिम बंगाल और बिहार में 15 दिनों तक डेरा डालकर आरोपी की तलाश की। पुलिस को पहली ठोस सूचना 17 जून को मिली कि अबरार कोलकाता में है। थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय की टीम वहां पहुंची, लेकिन आरोपी वहां से भाग चुका था। जांच में पता चला कि वह इटारसी की ओर बढ़ रहा है। तुरंत एक दूसरी टीम को इटारसी भेजा गया और दोनों टीमों की संयुक्त कार्रवाई में 20 जून को इटारसी के एक होटल से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सगी बहनों के केस में फरहान व अली को कमरे दिलवाने में था शामिल
पुलिस के अनुसार, अबरार की भूमिका सिर्फ सह-आरोपी की नहीं थी, बल्कि उसने इस गंदे षड्यंत्र में मुख्य आरोपियों को कमरा उपलब्ध कराने में भी मदद की थी। वह जहांगीराबाद और अशोका गार्डन थाने में दर्ज दो सगी बहनों के साथ हुए दुष्कर्म मामलों में आरोपी फरहान और अली का सहयोगी था। इसी आधार पर उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
गैंग के सभी आरोपी अब सलाखों के पीछे
इस केस में मुख्य सरगना फरहान और उसके साथी अली, साहिल, साद, नबील को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब अबरार की गिरफ्तारी के साथ ही सभी आरोपी जेल में बंद हैं। एक अन्य आरोपी हामिद ने गिरफ्तारी से पहले आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस कांड के तहत बागसेवनिया और अशोकागार्डन में दर्ज मामलों की चार्जशीट भी कोर्ट में पेश कर दी है।
ब्लैकमेलिंग का खौफनाक जाल
अप्रैल महीने में भोपाल के टीआईटी कॉलेज से जुड़े इस मामले में सामने आया था कि गैंग सुनियोजित तरीके से हिंदू छात्राओं को निशाना बनाता था। पहले दोस्ती की जाती, फिर उन्हें नशा देकर दुष्कर्म किया जाता और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग की जाती थी। मुख्य आरोपी फरहान ने ही वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का तरीका बाकी साथियों को सिखाया था।