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Big update on Ahmedabad plane crash case: Chaos over compensation, serious allegations against Air India...
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में बीते 12 जून को हुए विमान हादसे में 270 लोग मारे गए थे। जिसके बाद इस घटना ने पूरे देश को भीतर से झकझोर कर रख दिया था, और घटना को लेकर एयर इंडिया और सरकार पर सवाल उठाये जा रहे थे। इस घटना से तक़रीबन हजार से भी अधिक परिवारों को मानसिक भारी नुकसान देखने को मिला।
इस घटना को बढ़ते देख विमान कंपनी 'एयर इंडिया' ने हादसे में जान गवाने वाले मृतक के परिजनों को तक़रीबन एक- एक करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान किया था। इसके आलावा इस घटना में घायल लोगों के उपचार की पूरी जिम्मेदारी एयर इंडिया ने अपने सिर ली थी। लेकिन, अब इन सब के बाद मुआवजा देने को लेकर एयर इंडिया और पीड़ित परिवारों के वकीलों के बीच बड़ा झगड़ा शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि, ब्रिटेन की एक कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स ने एयर इंडिया पर इल्जाम लगाए हैं कि, वो मुआवजा देने से बचने के लिए परिवारों से ऐसी जानकारी मांग रही है, जिससे उन्हें कम पैसे मिलें। हालांकि, एयर इंडिया ने इन आरोपों को बिल्कुल गलत बताया है।
सूत्रों के अनुसार, स्टीवर्ट्स फर्म के वकील पीटर नीनन करीब 40 पीड़ित परिवारों का केस लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि, एयर इंडिया मुआवजे का पैसा देने से पहले परिवारों से ऐसी नाजुक वित्तीय जानकारी मांग रही है, जो कानूनी तौर पर ठीक नहीं है।
नीनन के मुताबिक, इस जानकारी को मांगने का मकसद परिवारों को मिलने वाले मुआवजे को कम करना है। उन्होंने एयर इंडिया के इस रवैये को गलत और अपमानजनक बताया और कहा कि, "एयरलाइन करीब 1,050 करोड़ रुपये बचाने की कोशिश कर सकती है"। नीनन ने इस पूरे मामले की जांच की मांग भी की है। साथ ही, उन्होंने अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि, वे एयर इंडिया का दिया हुआ फॉर्म न भरें और मुआवजे के लिए कानूनी रास्ता अपनाएं।
इस अब के बाद अब एयर इंडिया ने भी इन सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है। 'इंडिया टुडे' को दिए गए एक बयान में एयरलाइन ने कहा है कि, उनका फॉर्म सिर्फ पारिवारिक रिश्तों की पुष्टि करने के लिए है। एयर इंडिया का दावा है कि, उन्होंने फॉर्म को जितना हो सके, उतना आसान बनाने की कोशिश की है ताकि मुआवजा सही इंसान तक जल्दी और सही तरीके से पहुंचे।
एयरलाइन ने यह भी दावा किया है कि, उन्होंने कुछ परिवारों को थोड़ा मुआवजा देना शुरू कर दिया है और वे सभी परिवारों की पूरी मदद कर रहे हैं। एयर इंडिया ने साफ किया कि, कुछ जरूरी कागजी कार्रवाई होती है, लेकिन वे परिवारों को पूरा समय और सुविधा दे रहे हैं।
आपको ज्ञात करा दें कि, अभी हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में बीते 12 जून को हुए एयर इंडिया की विमान संख्या AI 171 के हादसे में कुल 270 लोग मारे गए थे। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से एक यात्री बच गया था। दुख की बात यह रही कि, विमान जिस मेडिकल हॉस्टल पर गिरा, वहां भी 29 लोगों की जान चली गई, जिससे इस हादसे में कुल 270 लोगों की मौत हुई।
आधिकारिक आकड़ों के अनुसार, विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल थे, बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। इस दर्दनाक हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया था।
अब यह देखना होगा कि, यह विवाद किस तरफ जाता है। स्टीवर्ट्स फर्म ने कानूनी कार्रवाई करने की सलाह दी है, जबकि एयर इंडिया अपने दावों पर अड़ी है। पीड़ित परिवारों के लिए यह एक मुश्किल और संवेदनशील समय है, क्योंकि वे अपनों को खोने के दुख के साथ-साथ मुआवजे के लिए भी लड़ रहे हैं। इस मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही और जांच के नतीजे काफी अहम होंगे।