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CG Bharatmala scam case: Revenue department transferred more than two dozen officers of the capital, see the long list
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाला मामले में आज राजस्व विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। राजधानी में वर्षों से पदस्थ दो दर्जन से ज़्यादा राजस्व निरीक्षकों (RI) का दूसरे जिलों में तबादला कर दिया गया है। इस कदम को सीधे तौर पर भारतमाला स्कैम के प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है, जिससे रायपुर के राजस्व अमले में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश भर में कुल 58 राजस्व निरीक्षकों का स्थानांतरण किया गया है, और इनमें से ज़्यादातर को बस्तर के विभिन्न जिलों में भेजा गया है। 30 जून को जारी हुए इस आदेश ने रायपुर के लैंड रिकॉर्ड्स में पदस्थ लगभग सभी आरआई को प्रभावित किया है।
जिन राजस्व निरीक्षकों का रायपुर से बाहर तबादला किया गया है, उनमें से कुछ प्रमुख नाम और उनके नए पदस्थापन स्थल इस प्रकार हैं। रायपुर से जिन राजस्व निरीक्षकों को बाहर भेजा गया है, उनमे किशोर वर्मा को दुर्ग, पुष्पराज वर्मा मनेंद्रगढ़, विधान व्यापारी को नारायणपुर, ब्रजेश देवांगन राजनंदगांव, नागेश्वर सिंह को कोंडागांव, सतीश मिश्रा को नवा रायपुर, काशीराम ध्रुव को गरियाबंद।
इसके आलावा पदम सिंह नाग को बलौदाबाजार, ब्रजेश पाठक को बलौदाबाजार, सचिन श्रीवास्तव को बलौदाबाजार, विनोद साहू को बलरामपुर, राजकुमार साहू को बस्तर, गोपाल प्रधान को बीजापुर, समीर शेख को बीजापुर, सुधीर रावल को बीजापुर, प्रशांत दुबे को कोंडागांव, मनमोहन जांगड़े को कोरबा, पवन कश्यप को मनेंद्रगढ़, मीना पांडे रायपुर, हेमेन्द्र राव भोसले को सुकमा और महेश साहू को भी सुकमा स्थानांतरित किया गया है।
बता दें कि, यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाले की जांच चल रही है और यह माना जा रहा है कि इन तबादलों का उद्देश्य जांच प्रक्रिया को सुगम बनाना और किसी भी संभावित अनियमितता पर लगाम लगाना है। इन तबादलों से यह संकेत मिलता है कि सरकार इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई कर रही है।